भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने बरेली विवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि प्यार के नाम पर अराजकता और हिंसा फैलाना न तो मानवता, न राष्ट्र और न ही धर्म के लिए उचित है। उन्होंने कहा कि आस्था की रक्षा होनी चाहिए, लेकिन कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं किया जा सकता।
आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य करने वाले मानवता, राष्ट्र और धर्म के खिलाफ अपराधी हैं। आस्था की रक्षा होनी चाहिए, लेकिन अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ‘आई लव मुहम्मद’ के नाम पर कुछ लोग प्यार की बात करते हैं, लेकिन उनकी सोच नफरत भरी होती है। शांति और सौहार्द को हाईजैक करना ठीक नहीं। अगर शांति भंग की जाएगी तो कार्रवाई होनी तय है और होगी। भाजपा नेता ने कहा कि हम गर्व से कह सकते हैं, ‘आई लव महादेव,’ या फिर दूसरा नाम लेने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन प्रेम के नाम पर नफरत और हुड़दंग मंजूर नहीं। ऐसे लोग देश के कभी हितैषी नहीं हो सकते हैं जो सौहार्द के ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने की कोशिश करते हैं।
भाजपा नेता ने सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि लेह अत्यंत शांतिपूर्ण क्षेत्र है और वहां के लोग शांतिप्रिय हैं। यदि कुछ लोग यह मानते हैं कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता अराजकता की गारंटी है, तो वे गलतफहमी में हैं। सभी को स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करना चाहिए और शांति व सद्भाव बनाए रखना चाहिए।
कर्नाटक में युवाओं के प्रदर्शन पर भाजपा नेता ने कहा कि दुनिया में कहीं भी उथल-पुथल होगी, तो यहां सत्ता के लोभी लोगों की लार टपकने लगती है। उन्हें समझना चाहिए कि देश की सरकार, संविधान और लोकतांत्रिक मूल्य किसी परिवार तंत्र से पराजित नहीं किए जा सकते और न ही बंधक बनाए जा सकते हैं।
Leave feedback about this