कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में “फर्जी वोट” के आरोप ने रोहतक में भाजपा नेताओं के बीच राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है, जिसे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा का गढ़ माना जाता है, जहां कांग्रेस ने चुनावों में सभी चार सीटें जीतकर क्लीन स्वीप दर्ज किया।
पूर्व मंत्रियों और वरिष्ठ भाजपा नेताओं कृष्णमूर्ति हुड्डा और मनीष ग्रोवर ने गुरुवार को तीखे पलटवार करते हुए न केवल राहुल गांधी के आरोपों को खारिज किया, बल्कि राज्य चुनावों में कांग्रेस की हार के लिए हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया।
हरियाणा कांग्रेस के नेता विधानसभा चुनावों में अपनी हार का ठीकरा भाजपा सरकार पर फोड़ने के लिए राहुल गांधी को ‘फर्जी वोटों’ का झूठा ढिंढोरा पीटकर गुमराह कर रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं समेत सभी जानते हैं कि पार्टी भूपेंद्र हुड्डा और उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा की वजह से सत्ता में वापसी नहीं कर पाई, जिन्होंने न केवल पार्टी के भीतर गुटबाजी को बढ़ावा दिया, बल्कि अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का भी अनादर किया। कृष्ण मूर्ति ने कहा।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने हरियाणा में विकास, बिना पर्ची-खर्ची के रोज़गार देने, किसानों और समाज के अन्य वर्गों का कल्याण सुनिश्चित करने के आधार पर चुनाव जीता था, जबकि भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार ने विकास के नाम पर न केवल किसानों की महंगी ज़मीनें अधिग्रहित कीं, बल्कि नौकरियों में भी पर्ची-खर्ची प्रथा को बढ़ावा दिया। कृष्ण मूर्ति ने राहुल गांधी को सलाह दी कि हरियाणा में पार्टी की हार के लिए ज़िम्मेदार कांग्रेस नेताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें, न कि उनके इशारे पर भ्रामक जानकारी फैलाएँ।
मनीष ग्रोवर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की संभावित हार ने राहुल गांधी को यह भ्रामक मुद्दा उठाने के लिए प्रेरित किया है ताकि चुनाव परिणामों के बाद पार्टी के भीतर संभावित विद्रोह को रोका जा सके। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की हार से निश्चित रूप से उसके नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाएगा।


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