भाजपा के राज्यसभा सांसद राम चंद्र जांगड़ा ने महम नगर समिति के कामकाज में भारी अनियमितता का आरोप लगाया है और इसकी सतर्कता जांच की मांग की है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को लिखे पत्र में भाजपा सांसद ने बताया कि रोहतक जिले के मेहम कस्बे में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अटल कायाकल्प एवं शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत-2) के दूसरे चरण के तहत 81 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना स्वीकृत की गई है।
जांगड़ा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है, “मुझे यह बताते हुए दुख हो रहा है कि महम नगर पालिका समिति के पूर्व अध्यक्ष ने परियोजना के टेंडर को रद्द करवाने के लिए स्थानीय नगर पार्षदों के फर्जी हस्ताक्षर वाले पत्र के साथ जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता से संपर्क किया।”
आज महम में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि जब मामला सार्वजनिक हुआ तो पूर्व चेयरमैन किसी तरह विभाग के कार्यालय से उक्त पत्र वापस लेने में कामयाब हो गए।
जांगड़ा ने आगे आरोप लगाया कि महम नगर समिति द्वारा कई परियोजनाओं का क्रियान्वयन नगर पार्षदों के फर्जी हस्ताक्षरों के आधार पर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूँ कि वे महम नगर पालिका समिति के पूरे रिकॉर्ड की सतर्कता जाँच करवाएँ और ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करें।” राज्यसभा सांसद ने कहा कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लिखे पत्र में भी बताया था कि महम क्षेत्र में तालाबों के जीर्णोद्धार/सौंदर्यीकरण में करोड़ों रुपये बिना किसी उद्देश्य के बर्बाद कर दिए गए।
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