N1Live National दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा ने जारी किया नया कैंपेन सॉन्ग, मनोज तिवारी बोले – ‘घोषणापत्र की झलक’
National

दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा ने जारी किया नया कैंपेन सॉन्ग, मनोज तिवारी बोले – ‘घोषणापत्र की झलक’

BJP released new campaign song for Delhi elections, Manoj Tiwari said - 'Glimpse of manifesto'

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भाजपा ने रविवार को नया कैंपेन सॉन्ग रिलीज किया। इसमें भाजपा के पूर्व सांसद और भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार दिनेश लाल यादव ने आवाज दी है। इससे पहले भाजपा ने सांसद मनोज तिवारी की आवाज में सॉन्ग रिलीज किया था।

इस सॉन्ग के बोल हैं – “दिल वालों की दिल्ली को, अब भाजपा सरकार चाहिए।”

मनोज तिवारी ने नए कैंपेन सॉन्ग के रिलीज के मौके पर समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा, “इस गाने में हमारे घोषणापत्र को दिखाया गया है। गरीबी रेखा से नीचे की हर महिला को हर महीने 2,500 रुपये मिलेंगे। गरीबी रेखा से नीचे की महिलाओं के परिवारों को 500 रुपये में गैस सिलेंडर मुहैया कराया जाएगा, चाहे सिलेंडर की कीमत कुछ भी हो। गरीब लोग भी इलाज करा सकेंगे, जैसे अमीर लोग इलाज करा सकते हैं। सत्तर साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए, चाहे वे गरीब हों, मध्यम वर्ग के हों या अमीर, उनका ख्याल रखा जाएगा। दिनेश लाल यादव की आवाज में इस सॉन्ग का असर जरूर होगा।”

संसद में शनिवार को पेश आम बजट पर मनोज तिवारी ने कहा, “इसका सबसे ज्यादा असर दिल्ली में देखने को मिलेगा। नौकरी करने वाले लोग जो सालाना 12 लाख रुपये तक कमाते हैं, तो उन्हें अब टैक्स की चिंता करने की जरूरत नहीं है। 12 लाख रुपये तक कमाने वालों को अब इनकम टैक्स का डर नहीं है। वे अब इस पैसे को कैसे निवेश करें, इस बारे में सोच सकते हैं। कई लोग बचत करके छोटे-मोटे काम शुरू कर रहे हैं, जैसे घर या दुकान किराए पर देना। लोगों के पास ज्यादा पैसा खर्च करने के लिए होगा। मैं पीएम मोदी का इसके लिए धन्यवाद करना चाहता हूं।”

अरविंद केजरीवाल द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखे जाने पर भाजपा सांसद ने कहा, “जहां भी हमारी छोटी-छोटी नुक्कड़ सभाएं हो रही हैं, आम आदमी पार्टी के गुंडे वहां आकर हंगामा कर रहे हैं। हमने इस बारे में शिकायत की है। अजय महावर ने इस बारे में विधानसभा में शिकायत दर्ज कराई है। ऐसे सात-आठ लोग हैं, हम उनकी पहचान कर रहे हैं। वे भड़काऊ बातें करते हैं और उपद्रव करते हैं।”

Exit mobile version