भाजपा ने आज कहा कि हिमाचल प्रदेश माफिया राज की गिरफ्त में है, चाहे वह खनन हो, नशा हो, वन हो, भूमि हो, तबादला हो या शराब माफिया हो। कांग्रेस सरकार द्वारा दिए जा रहे राजनीतिक संरक्षण के कारण ये माफिया फल-फूल रहे हैं।
आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नैना देवी विधायक रणधीर शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन में सभी प्रकार के माफिया फल-फूल रहे हैं। उन्होंने कहा, “अदालती आदेशों से स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार अपने दो साल के शासन में सभी मोर्चों पर विफल रही है।”
शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले हमीरपुर में अवैध खनन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई अवैध खनन के मामले में भाजपा के रुख की पुष्टि करती है। उन्होंने आरोप लगाया, “खनन माफिया सिर्फ हमीरपुर में ही नहीं बल्कि बद्दी, ऊना, कांगड़ा और सिरमौर में भी सक्रिय है, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।” ऐसा लगता है कि सरकार खनन माफिया के दबाव में है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तथ्यों पर बात करने के बजाय पिछली भाजपा सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, “न्यायाधीशों पर टिप्पणी करने के बजाय उन्हें यह पूछना चाहिए था कि क्या उनकी कानूनी टीम ने मामले का मजबूती से बचाव किया है।” उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए और आरोप-प्रत्यारोप से बचना चाहिए। शर्मा ने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री ने न्यायपालिका पर टिप्पणी की है, उससे उनके मंत्रियों और विधायकों का यह दावा सही साबित होता है कि सुक्खू तानाशाह हैं।
उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के कई होटलों को बंद करने का हाईकोर्ट का आदेश कांग्रेस के खराब शासन का एक और उदाहरण है।” उन्होंने कहा, “मैं सीएम से जानना चाहता हूं कि क्या सरकार होटलों को बंद करने के इस आदेश को भी चुनौती देगी या कोर्ट के आदेश के आधार पर इन होटलों को लीज पर देगी।” उन्होंने कहा कि सीएम को इस मुद्दे पर स्पष्ट स्पष्टीकरण देना चाहिए।