सोलन नगर निगम (एमसी) के लिए आज हुए उपचुनाव में भाजपा के अमरदीप ने कांग्रेस के पुनीत नारंग को 283 मतों से हराया। सोलन की एसडीएम पूनम बंसल ने बताया कि भाजपा के अमरदीप को 523 मत मिले, जबकि कांग्रेस के पुनीत नारंग के पक्ष में 240 मत पड़े। एसडीएम ने बताया कि दो मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना।
दिन चढ़ने के साथ ही मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे उत्साही मतदाताओं द्वारा 765 वोट डाले गए।
इस जीत के साथ ही नगर निगम सदन में भाजपा पार्षदों की संख्या एक बार फिर छह हो गई है। इस साल मार्च में भाजपा पार्षद कुलभूषण गुप्ता के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी। भगवा पार्टी इस सीट को वापस जीतने और नगर निगम में अपनी ताकत बनाए रखने के लिए उत्सुक थी।
कांग्रेस के पुनीत नारंग अमरदीप के सामने कहीं नहीं टिक सके, क्योंकि वह भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में 50 प्रतिशत वोट भी हासिल नहीं कर सके।
सीट जीतने के प्रति आशावादी नारंग ने नामांकन दाखिल करने से पहले मनोनीत पार्षद के पद से इस्तीफा दे दिया था। वार्ड में नेतृत्व संकट का सामना करते हुए कांग्रेस ने नारंग को मैदान में उतारा, जबकि उसे पता था कि पार्टी के कुछ पदाधिकारी किसी अन्य उम्मीदवार का समर्थन कर रहे हैं।
हालांकि इस परिणाम से नगर निगम के राजनीतिक समीकरणों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि कांग्रेस के पास 17 पार्षदों में से नौ पार्षद हैं, लेकिन इस हार से सत्तारूढ़ पार्टी और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डी.आर. शांडिल, जो कि सबसे वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री हैं, के नेतृत्व पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
नगर निकाय में पिछले दो वर्षों से नौ कांग्रेस पार्षदों के बीच चल रही अंदरूनी कलह इस उपचुनाव में एक बार फिर उजागर हो गई, क्योंकि पार्टी पदाधिकारियों ने उपचुनाव से कुछ दिन पहले ही हार स्वीकार कर ली थी।
हालांकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने मनोनीत और निर्वाचित समेत सभी पार्षदों को पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने का निर्देश दिया था, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने इस वार्ड उपचुनाव को महत्व दिया और अपने प्रत्याशी के पक्ष में जोरदार प्रचार किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने पार्टी की शानदार जीत के लिए सोलन की जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा, “यह मौजूदा सुखविंदर सिंह सुखू के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के खिलाफ एक बड़ा “फतवा” है। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा इस वार्ड में घर-घर जाकर वोट मांगने के बावजूद सरकार को उपचुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ा। भाजपा को कांग्रेस से दोगुने से भी ज्यादा वोट मिले। यह मौजूदा सरकार की झूठी गारंटी और आम आदमी पर थोपे गए आर्थिक बोझ के खिलाफ जनता का वोट है।”
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा, “मौजूदा सरकार जनविरोधी फैसले ले रही है। इस उपचुनाव में जनता का गुस्सा साफ दिखाई दिया।” लोकसभा सांसद सुरेश कश्यप, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और पार्टी के अन्य नेताओं ने अमरदीप को जीत की बधाई दी।