विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने आज सत्तारूढ़ और विपक्षी दोनों दलों के विधायकों से 10 मार्च से शुरू हो रहे 16 दिवसीय बजट सत्र के सुचारू संचालन के लिए सहयोग मांगा।
पठानिया ने यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बजट सत्र के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। इस सत्र में कुल 16 बैठकें होंगी और सत्र का समापन 28 मार्च को होगा। उन्होंने कहा, “विधानसभा सचिवालय को अब तक विधायकों से 963 प्रश्न प्राप्त हुए हैं, जिनमें 737 तारांकित और 226 अतारांकित हैं। इसके अलावा, विभिन्न विधानसभा नियमों के तहत 24 बहसों के लिए अनुरोध प्राप्त हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि बजट सत्र 10 मार्च को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के अभिभाषण के साथ शुरू होगा। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 17 मार्च को बजट पेश करेंगे और चर्चा के बाद इसे 26 मार्च को पारित किया जाएगा।”
पठानिया ने कहा कि दो दिन निजी सदस्यों के लिए होंगे और 9 मार्च को सर्वदलीय बैठक होगी। उन्होंने कहा, “मेरा सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से अनुरोध है कि वे सत्र का सुचारू संचालन सुनिश्चित करें ताकि अधिकतम संभव कामकाज हो सके।”
अध्यक्ष ने कहा कि सदस्यों को इस अवसर का लाभ उठाते हुए विधानसभा में अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित मुद्दे उठाने चाहिए ताकि सरकार का ध्यान उनकी ओर आकृष्ट हो सके।
विधानसभा में कथित तौर पर अभद्र व्यवहार करने के लिए नौ भाजपा विधायकों को जारी किए गए कारण बताओ नोटिस के बारे में पूछे जाने पर पठानिया ने कहा कि मामला लंबित है। उन्होंने कहा, “यह मामला सदन की कार्यवाही से जुड़ा है। इसलिए इस मामले में अंतिम फैसला सदन में ही लिया जाएगा।”
पठानिया ने कहा कि विशेषाधिकार हनन के लंबित नोटिस के बारे में उन्हें संबंधित व्यक्तियों से जवाब मिल गए हैं। उन्होंने कहा, “जहां तक राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन के विशेषाधिकार का सवाल है, उन्होंने अपना जवाब दाखिल कर दिया है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की है, जिससे किसी भी तरह से अध्यक्ष के पद की गरिमा कम हो।”
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