वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग की है और इसे राज्य के प्रशासनिक ढांचे में “व्यवस्थागत सड़न की गंभीर याद” बताया है।
यादव ने सरकार से मृतक अधिकारी के परिवार की मांगों को स्वीकार करने और दलितों के खिलाफ अत्याचारों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करने का भी आग्रह किया।
यादव ने आज यहाँ मीडिया से बात करते हुए कहा, “एक वरिष्ठ दलित आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या ने राज्य के प्रशासनिक ढाँचे में गंभीर खामियाँ उजागर कर दी हैं। अगर सरकार इतने हाई-प्रोफाइल मामले में न्याय दिलाने में विफल रहती है, तो यह आम नागरिकों और ईमानदार अधिकारियों के लिए एक खतरनाक मिसाल कायम करेगी।”
इस घटना को “बेहद परेशान करने वाली” बताते हुए यादव ने कहा कि इसने न केवल राज्य को हिलाकर रख दिया है, बल्कि देश भर में शासन की ईमानदारी और ईमानदार अधिकारियों की सुरक्षा पर भी चिंताजनक सवाल खड़े कर दिए हैं।
उन्होंने बताया कि पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में कथित तौर पर जाति आधारित भेदभाव और मानसिक उत्पीड़न का उल्लेख किया था।