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वाराणसी में साईं बाबा की मूर्ति हटाने का मामला, सनातन रक्षक दल का अध्यक्ष गिरफ्तार

Case of removal of Sai Baba's idol in Varanasi, President of Sanatan Rakshak Dal arrested

वाराणसी, 3 अक्‍टूबर । वाराणसी में साईं बाबा की मूर्ति को मंदिरों से हटाए जाने के मामले में पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। पुलिस ने सनातन रक्षक दल के अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया है। मंदिर के पुजारी की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई।

आनंदमई मंदिर के पुजारी ने इस घटना की शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि साईं बाबा की मूर्ति को बिना किसी पूर्व सूचना या उचित प्रक्रिया के मंदिरों से हटाया गया। यह कदम न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। पुलिस ने पुजारी की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया और तुरंत कार्रवाई करते हुए सनातन रक्षक दल के अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया।

काशी जोन के डीसीपी गौरव बंसवाल ने बताया कि पिछले हफ्ते यह जानकारी मिली कि अजय शर्मा ने आह्वान किया था कि साईं बाबा की प्रतिमाएं मंदिरों से हटाई जाएंगी। इसके लिए उन्होंने एक बयान भी दिया, इसमें बताया गया कि 14 मंदिरों से साईं बाबा की प्रतिमाएं हटाई गई हैं, इनमें काशी जोन के कुछ मंदिर भी शामिल हैं। हमें चौक थाने से तहरीर मिली है, जहां आनंदमई हनुमान जी मंदिर है, और वहां भी साईं बाबा की प्रतिमा थी। पुजारी ने एक लिखित तहरीर दी है, इसमें कहा गया है कि इससे साईं भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं। इसी मामले में अजय शर्मा को हिरासत में लिया गया है, और उनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें जेल भेजा जाएगा। पुजारी ने उनका नाम लिया है, और इसमें जो धाराएं लगाई जाएंगी, वे पुरानी आईपीसी की धारा 153 और 295 के तहत होंगी, साथ ही नई बीएनएस की धाराएं भी लगाई जाएंगी।

डीसीपी ने कहा कि सनातन रक्षक दल के अध्यक्ष का कहना है कि हिंदू देवी-देवताओं के साथ किसी इंसान को भगवान के रूप में नहीं रखा जा सकता, इसलिए उनकी मूर्तियों को अलग स्थान पर विस्थापित किया जाना चाहिए।

डीसीपी गौरव बंसवाल ने आगे कहा कि अजय शर्मा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है, वह खुद को सनातन रक्षा दल का प्रभारी बताते हैं। पुलिस की अपील है कि अजय शर्मा ने प्रशासन को इस प्रकार के आह्वान की जानकारी नहीं दी थी, इससे लाखों भक्तों की आस्था आहत हुई है। प्रशासन को ऐसी स्थितियों में उचित कार्रवाई करनी होती है, और उच्च स्तरीय निर्णय लिया जाता है। अपने स्तर से निर्णय लेकर देवी-देवताओं की प्रतिमाएं नहीं हटाई जा सकतीं। उन्होंने बताया कि अजय शर्मा ने मंदिर समिति से 14 प्रतिमाएं हटाने के लिए कहा था, और समिति ने उनकी बात मानकर ऐसा किया।

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