भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के स्थानीय कार्यालय ने कल रात साइबर अपराध के एक मामले में वांछित एक आरोपी से 12.5 लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में जिला पुलिस की साइबर सेल में तैनात एक उपनिरीक्षक को गिरफ्तार किया।
ब्यूरो ने दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिनमें से एक फरार है। एसीबी ने अब तक आरोपियों से करीब 19.97 लाख रुपये बरामद किए हैं।
विभाग के सूत्रों ने बताया कि यह गिरफ्तारी तब हुई जब एसीबी की एक टीम ने कल रात एक शिकायत के आधार पर छापेमारी की और एसआई अर्जुन नामक एक आरोपी को शिकायतकर्ता से 12.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
एसीबी ने उसके वाहन में रखी 7.47 लाख रुपये की एक और राशि बरामद की। बताया जाता है कि जब टीम को राम चंद्र नामक एक अन्य एसआई की संलिप्तता के बारे में पता चला तो वे उसे पकड़ने के लिए सेक्टर-15 मार्केट पहुंचे, लेकिन वह उन्हें चकमा देने में कामयाब रहा।
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने मामले को अपने पक्ष में निपटाने और जमानत की अवधि बढ़ाने के लिए रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता ने हाल ही में 12.5 लाख रुपये की मांग के बाद एसीबी से संपर्क किया था। एसीबी ने जाल बिछाया और एक एसआई को गिरफ्तार कर लिया, जो योजना के अनुसार आरोपी से पैसे लेने आया था।
एसीबी के एसपी जयवीर राठी ने बताया कि एक आरोपी पुलिसकर्मी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया है, जबकि दूसरे फरार पुलिसकर्मी की तलाश में एसीबी ने छापेमारी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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