इस संबंध में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के स्थानीय कार्यालय द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर बेरी पुलिस थाने में धान की पराली जलाने के आरोप में एक खेत मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
कृषि उपनिदेशक जितेन्द्र सिंह अहलावत ने बताया कि उन्हें कल बेरी खास गांव के एक खेत में धान की कटाई के बाद फसल अवशेष जलाने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही विभाग के अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने बताया, “टीम ने संबंधित किसानों से संपर्क किया और मामले की जांच की। कार्रवाई करते हुए टीम ने बेरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसने बेरी खास गांव में अपने खेतों में पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया।”
उपनिदेशक ने किसानों से अपील की कि वे धान की कटाई के बाद बची पराली को कृषि विभाग द्वारा बताए गए तरीकों के अनुसार अपने खेतों में मिला दें। उन्होंने कहा कि ऐसा करने पर किसानों को सरकार की ओर से 1000 रुपए प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
अहलावत ने कहा, “इसके बावजूद भी यदि कोई किसान अपने खेत में पराली जलाता हुआ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। पराली जलाने को लेकर सरकार और प्रशासन पूरी तरह सख्त और गंभीर है। हमारी टीमें लगातार खेतों की निगरानी कर रही हैं और किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक कर रही हैं।”
उन्होंने किसानों से फसल अवशेष को जलाने के बजाय उसका उपयोग करने की अपील की।
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