पुलिस ने एक निजी बैंक के प्रबंधक की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बैंक ने नकली सोना गिरवी रखकर करीब 14.28 लाख रुपये का लोन लिया है। पुलिस को दी गई शिकायत में बैंक प्रबंधक ने कहा है कि एक महिला समेत तीन लोगों ने नकली सोना गिरवी रखकर बैंक से लोन लिया है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि बंदरोल के जरोल गांव निवासी ठाकुर दास ने 358,600 रुपये का लोन लिया, जबकि जाणा गांव के हरिराम ने 537,700 रुपये का लोन लिया और दलाशनी गांव की लता देवी को बैंक ने 532,400 रुपये का लोन दिया। जानकारी के अनुसार इन लोगों ने 2023 में बैंक से लोन लिया था, लेकिन किश्तें नहीं चुकाईं और जो सोना गिरवी रखा था, वह नकली निकला
बैंक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, जब कोई ग्राहक लोन के लिए बैंक में सोना लेकर आता है, तो बैंक अधिकारी उसे ग्राहक के साथ सुनार के पास ले जाते हैं या जौहरी को बुलाते हैं। सुनार सोने की शुद्धता और कीमत की जांच करता है और फिर उसे बैंक में गिरवी रख देता है। इसके बाद, पिछली धातु का वीडियो बनाकर उसे सील कर दिया जाता है। 18 कैरेट से कम सोना होने पर बैंक लोन नहीं देता।
यह पता नहीं चल पाया है कि बैंक ने मौजूदा मामले में लोन देने से पहले ज्वैलर से सोना चेक करवाया था या नहीं। पुलिस बैंक अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। कुल्लू के एडिशनल एसपी संजीव चौहान ने बताया कि तीनों लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।