शिमला में अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव का आरम्भ
अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव ‘उन्मेष’ का शुभारम्भ गुरुवार को शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर के मुख्य सभागार में हुआ। यह 18 जून तक चलेगा।.
अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव ‘उन्मेष’ का शुभारम्भ गुरुवार को शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर के मुख्य सभागार में हुआ। यह 18 जून तक चलेगा।.
मोह छोड़ द्रुमों की मृदु-छाया, तोड़ प्रकृति से भी माया, बाले! तेरे बाल-जाल में कैसे उलझा दूँ लोचन? भूल अभी से इस जग.
भारतीय हिन्दी साहित्य की सुप्रसिद्ध लेखिका गीतांजलि श्री ने देश को सम्मान दिलाया है। उन्होंने इस वर्ष का इंटरनेशनल बुकर प्राइज जीत कर.
आज मशहूर शायर और गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी की 22वीं पुण्यतिथि है। छहः दशक तक मजरूह ने फिल्म इंडस्ट्री को बेहतरीन गाने दिए हैं।.
टूटा पहिया मैं रथ का टूटा हुआ पहिया हूँ लेकिन मुझे फेंको मत ! क्या जाने कब इस दुरूह चक्रव्यूह में अक्षौहिणी सेनाओं.
तोड़ती पत्थर वह तोड़ती पत्थर; देखा मैंने उसे इलाहाबाद के पथ पर- वह तोड़ती पत्थर। कोई न छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी.
’’इस कविता के द्वारा धूमिल ने यह जताने की कोशिश की है कि कविता तथाकथित सभ्य और बुद्धिजीवी वर्ग की बपौती नहीं है.