नई दिल्ली, 5 अक्टूबर । सीबीआई ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के अज्ञात कर्मचारियों और तीन अन्य व्यक्तियों के खिलाफ 7 लाख रुपये की रिश्वत लेने का मामला दर्ज किया है।
तीन आरोपियों की पहचान मर्लिन मेनागा, जीजा रामदास, राजन एम के रूप में की गई है और अन्य के नाम का खुलासा नहीं किया गया है।
एक शिकायत के आधार पर, सीबीआई ने आरोप लगाया है कि पिछले महीने, एक आरोपी ने हिंदी में डब की गई फिल्म के लिए सीबीएफसी से आवश्यक सेंसर प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए 7 लाख रुपये की रिश्वत लेने के लिए अन्य लोगों के साथ साजिश रची थी।
शिकायत में यह आरोप लगाया गया कि उक्त साजिश को आगे बढ़ाने के लिए, उसने शुरू में शिकायतकर्ता से सीबीएफसी अधिकारियों की ओर से रिश्वत की मांग की और बाद में बातचीत के बाद, उसने कथित तौर पर दो अन्य आरोपियों के दो बैंक खातों में 6,54,000 रुपये लिए।
एक अधिकारी ने कहा कि इसके बाद 26 सितंबर को कथित तौर पर हिंदी में डब की गई उक्त फिल्म के लिए सीबीएफसी ने आवश्यक प्रमाणपत्र जारी किया था। उक्त राशि के अलावा, उक्त आरोपी ने अपने लिए समन्वय शुल्क के रूप में एक निजी कंपनी के खाते से अपने बैंक खाते में 20,000 रुपये प्राप्त किए।
कथित तौर पर 6,54,000 रुपये में से 6,50,000 रुपये की राशि तुरंत नकद में निकाल ली गई। सीबीआई ने मुंबई सहित चार अलग-अलग स्थानों पर आरोपियों और उनसे जुड़े अन्य लोगों के परिसरों की तलाशी ली, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। फिलहाल आगे की जांच चल रही है।
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