डॉ. राकेश कुमार भारद्वाज, जो केंद्रीय हरियाणा विश्वविद्यालय (सीयूएच), महेंद्रगढ़ के रसायन विज्ञान विभाग में प्रोफेसर (सहायक संकाय) हैं, को भारत सरकार, नई दिल्ली के अधीन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) समिति के सदस्य के रूप में नामित किया गया है।
डॉ. भारद्वाज ने अपने नामांकन के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रहने वाले लाखों लोगों के स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाला एक गंभीर मुद्दा बनकर उभरा है। इस संदर्भ में, सीएक्यूएम के तकनीकी सदस्य डॉ. वीरेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में गठित अनुसंधान एवं विकास समिति की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
डॉ. भारद्वाज ने बताया कि समिति वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नवीन अनुसंधान पहलों और प्रभावी नीतिगत उपायों की सिफारिश करने में सक्रिय रूप से लगी हुई है, साथ ही एनसीआर क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के प्रभावी कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
डॉ. भारद्वाज ने वर्तमान समय और परिस्थितियों में सतत और समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ पर्यावरण बनाए रखे बिना आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर और स्वस्थ भविष्य छोड़ना संभव नहीं होगा। डॉ. भारद्वाज को पर्यावरण के क्षेत्र में 35 वर्षों से अधिक का पेशेवर अनुभव है और उन्होंने यमुना स्वच्छता अभियान पर नौ वर्षों से अधिक समय तक काम किया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ इंग्लैंड के कुलपति प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार ने डॉ. भारद्वाज को बधाई दी और कहा कि पर्यावरण संरक्षण हमेशा से विश्वविद्यालय की प्राथमिकता रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में 2.5 एकड़ क्षेत्र में मियावाकी वन विकसित किया गया है, जहां केवल पर्यावरण के अनुकूल पौधों की प्रजातियां लगाई गई हैं, जो पर्यावरण स्थिरता के प्रति विश्वविद्यालय की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
प्रो-वाइस-चांसलर प्रोफेसर पवन कुमार शर्मा ने भी डॉ. भारद्वाज को इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर बधाई दी और कहा कि यह नामांकन हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। उन्होंने आगे कहा कि सीएक्यूएम अनुसंधान एवं विकास समिति में डॉ. भारद्वाज का शामिल होना वायु गुणवत्ता में सुधार और जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के उद्देश्य से किए जा रहे राष्ट्रीय प्रयासों में उनके महत्वपूर्ण योगदान का प्रतीक है।
रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रोफेसर हरीश कुमार ने भी इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की है।

