समावेशी विकास की दिशा में एक निर्णायक कदम उठाते हुए चंबा के डिप्टी कमिश्नर मुकेश रेपसवाल ने बुधवार को जिले में धरती आबा आदिवासी ग्राम उत्कर्ष अभियान के क्रियान्वयन की समीक्षा और उसमें तेजी लाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। आदिवासी समुदायों के उत्थान पर केंद्रित यह अभियान चंबा के 156 गांवों को कवर करता है और सरकारी कल्याणकारी योजनाओं को हर दरवाजे तक पहुंचाने का प्रयास करता है।
रेपसवाल ने सभी उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) को इन आदिवासी क्षेत्रों की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप क्लस्टर-आधारित गतिविधियाँ आयोजित करने का निर्देश दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि लक्ष्य केवल पहुँचना नहीं है, बल्कि विभिन्न केंद्रीय और राज्य कल्याण योजनाओं के तहत पूर्ण संतृप्ति प्राप्त करना है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों में बुनियादी ढाँचे के विकास, स्वास्थ्य सेवा, पोषण, शिक्षा और स्थायी आजीविका से संबंधित कार्यक्रमों का समन्वित निष्पादन शामिल होना चाहिए।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी घर छूट न जाए, डीसी ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को चयनित गांवों में 100 प्रतिशत एलपीजी कनेक्शन कवरेज प्राप्त करने के लिए विस्तृत सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय कदम उठाने का भी आह्वान किया। जिला विकास अधिकारी ओपी ठाकुर और संबंधित खंड विकास अधिकारियों को स्थानीय निवासियों को संगठित करने और अभियान में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए कहा गया।
रेपसवाल ने ग्राम पंचायत स्तर के कार्यक्रमों के दौरान प्रमुख सरकारी पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों को नागरिकों को उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित करने के लिए मंच के रूप में काम करना चाहिए, जिसमें आधार पंजीकरण और जाति या निवास प्रमाण पत्र से लेकर स्वास्थ्य सेवा, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास, रोजगार योजनाएं, पेंशन और छात्र छात्रवृत्ति शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जिले के दूरदराज के इलाकों तक इन लाभों को पहुंचाने में हर विभाग की भूमिका है।
बैठक में भरमौर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के साथ-साथ डलहौजी, तीसा और पांगी के एसडीएम भी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। बैठक में व्यक्तिगत रूप से अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अमित मेहरा, एसडीएम प्रियांशु खाती, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बिपेन ठाकुर, जिला रोजगार अधिकारी अरविंद सिंह चौहान और अग्रणी जिला प्रबंधक डीसी चौहान भी मौजूद थे।