अलीगढ़, 8 जुलाई आजाद समाज पार्टी के प्रमुख और नगीना लोकसभा से सांसद चंद्रशेखर आजाद सोमवार को अलीगढ़ पहुंचे। उन्होंने अलीगढ़ में भीड़ द्वारा की गई औरंगजेब की हत्या के बाद उनके परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने औरंगजेब और उसके साथियों पर की गई कार्रवाई को गलत बताते हुए इस मुद्दे को संसद में उठाने की बात कही है।
इसके साथ ही उन्होंने औरंगजेब और उसके साथियों पर पुलिस द्वारा की गई एफआईआर को गलत बताया और इसे खत्म कराने का आश्वासन दिया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटना के 11 दिन बाद औरंगजेब और उसके साथियों पर डकैती का मुकदमा दर्ज किया, यह काम सत्ता में बैठे लोगों के दबाव में किया गया।
उन्होंने सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दबाव बनवाकर औरंगजेब और उसके साथियों पर 11 दिन बाद मुकदमा दर्ज कराया गया है, यह गलत है। उन्होंने इस मामले को संसद में उठाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर भीड़ को छूट दी जाएगी तो मेरी भी पकड़कर हत्या की जा सकती है।
चंद्रशेखर आजाद ने हाथरस भगदड़ पर बात करते हुए कहा कि हाथरस की घटना सबके सामने है। वहां अगर कोई वीवीआईपी गया होता तो हजारों की तादात में पुलिस बल मौजूद होता, लेकिन उस सत्संग में दलित समाज के लोग ज्यादा थे, इसीलिए किसी को कोई फर्क नहीं पड़ा और यह दर्दनाक घटना हुई। उन्होंने कहा कि एक आदमी की जान की कीमत सिर्फ दो-दो लाख रुपये है।
साकार हरि उर्फ भोले बाबा पर कार्रवाई को लेकर उन्होंने कहा कि बाबा का कहीं कोई नाम एफआईआर में नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘बाबा’ को बाबा बचा रहे हैं। अगर बाबा का एफआईआर में नाम नहीं है तो गिरफ्तारी की मांग कैसे की जा सकती है। यहां तो झूठी एफआईआर दर्ज की जा रही है। सीएम योगी और पीएम मोदी बहुत धार्मिक लोग हैं, मैं उनके सामने इन मांगों को रखूंगा।