विवार को करनाल अनाज मंडी के बाहर दिन भर अराजकता का माहौल रहा, क्योंकि कई किसान अपने भरे हुए ट्रेलरों के साथ इकट्ठा होकर गेट पास का इंतजार कर रहे थे, जो मंडी के अंदर अपनी उपज बेचने से पहले एक अनिवार्य कदम है। सुबह से ही सर्विस रोड पर धान से भरे ट्रैक्टर और ट्रेलर खड़े हो गए, जिससे कई किलोमीटर तक भीषण जाम लग गया। किसान गुस्से में थे और बिना किसी देरी के गेट पास जारी करने की मांग कर रहे थे।
किसान अपने ट्रेलरों के पास खड़े दिखाई दे रहे हैं। अजय कुमार नाम के एक किसान ने चिल्लाते हुए कहा, “मैं सुबह से यहाँ खड़ा हूँ, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। पहले चार दिन तक गेट पास नहीं दिए गए थे। शनिवार को तो शुरुआत हो गई, लेकिन आज बताया गया है कि रविवार होने के कारण गेट पास नहीं दिए जाएँगे। हम कब तक ऐसे ही इंतज़ार करते रहेंगे?”
एक अन्य किसान ने कहा, “मैं अपनी फसल औने-पौने दामों पर बेचने को तैयार हूँ। मैं यहाँ ज़्यादा दिन नहीं रुक सकता क्योंकि मुझे गेट पास नहीं मिल रहे हैं। मेरे अनाज का रंग बिगड़ रहा है और कुछ ही दिनों में चावल मिल वाले सिर्फ़ 1,400-1,500 रुपये प्रति क्विंटल ही देंगे।”
एक किसान ने गुस्से में कहा, “हम सुबह से यहाँ खड़े हैं, लेकिन हमें गेट पास नहीं दिए जा रहे हैं। इनके बिना हम न तो मंडी में जा सकते हैं और न ही अपनी फसल बेच सकते हैं।”\ कई किसानों ने आरोप लगाया कि निजी व्यापारियों को अंदर आने दिया जा रहा है, जबकि उनके सरकारी गेट पास जारी नहीं किए जा रहे हैं। एक और नाराज़ किसान ने पूछा, “वे अंदर खुलेआम खरीद-बिक्री कर रहे हैं, जबकि हम बाहर कतार में खड़े हैं। यह कहाँ का न्याय है?”
करनाल अनाज मंडी के सहायक मार्केट कमेटी सचिव योगेश शर्मा ने स्थिति को स्वीकार करते हुए कहा कि छुट्टी के कारण गेट पास जारी नहीं किए गए थे, लेकिन किसानों द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद गेट पास जारी किए गए और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।


 
					
					 
																		 
																		 
																		 
																		 
																		 
																		
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