मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को अधिकारियों को कुरुक्षेत्र में सिख संग्रहालय और गुरु रविदास संग्रहालय के कार्य में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि दोनों परियोजनाएं निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी होनी चाहिए ताकि भावी पीढ़ियों को प्रेरणा मिल सके।
सैनी ने यहां एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा, ‘‘सिख गुरुओं की विरासत को संरक्षित करने और उनके जीवन दर्शन तथा आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए दोनों संग्रहालयों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) जल्द से जल्द तैयार की जानी चाहिए।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन एकड़ में बनने वाला सिख संग्रहालय युवाओं के लिए मार्गदर्शक का काम करेगा। उन्होंने कहा, “इस संग्रहालय में सिख इतिहास, संस्कृति और गुरुओं के योगदान की पूरी झलक दिखाई जानी चाहिए। इसमें धर्म, न्याय और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए गुरुओं द्वारा लड़ी गई ऐतिहासिक लड़ाइयों का भी यथार्थ चित्रण होना चाहिए, ताकि बलिदान और संघर्ष की गाथा सदियों तक प्रेरणा का स्रोत बनी रहे।”
गुरु रविदास संग्रहालय के महत्व पर ज़ोर देते हुए सैनी ने कहा कि यह वास्तुकला की दृष्टि से भव्य और विषय-वस्तु से भरपूर होना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह संग्रहालय गुरु रविदास के जीवन दर्शन, आध्यात्मिक विचारों और सामाजिक समरसता के संदेश को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों परियोजनाओं के लिए भूमि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा आवंटित की गई है – सिख संग्रहालय के लिए 3 एकड़ और गुरु रविदास संग्रहालय के लिए 5 एकड़।
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