बीजिंग, संयुक्त राष्ट्र के जिनेवा कार्यालय और स्विट्ज़रलैंड में अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में स्थित चीनी स्थाई प्रतिनिधि छेन श्यु ने 30 जून को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 53वें सत्र में भारत, रूस, सऊदी अरब, उरुग्वे और इथियोपिया सहित 60 देशों की ओर से बुजुर्ग महिलाओं के मुद्दे पर एक संयुक्त भाषण दिया।
संयुक्त भाषण में कहा गया कि पेइचिंग विश्व महिला सम्मेलन के बाद से दुनिया में महिलाओं के कार्य में उल्लेखनीय विकास हो रहा है। साथ ही, वैश्विक आबादी की उम्र बढ़ने के साथ, बुजुर्ग महिलाओं को उम्र भेदभाव, गरीबी और अपर्याप्त सामाजिक सुरक्षा जैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बुजुर्ग महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देना और उनकी रक्षा करना विभिन्न देशों के सामने मौजूद एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
संयुक्त भाषण में कहा गया कि इस वर्ष मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ, वियना घोषणा और कार्रवाई कार्यक्रम को अपनाने की 30वीं वर्षगांठ और उम्र बढ़ने पर मैड्रिड अंतर्राष्ट्रीय कार्य योजना को अपनाने की 21वीं वर्षगांठ है। संयुक्त भाषण में विभिन्न पक्षों से यह अपील की कि इस अवसर पर बुजुर्ग महिलाओं के सामने आने वाली विभिन्न कठिनाइयों को दूर किया जाए और उनके वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए व्यावहारिक उपाय किया जाए। चीन विभिन्न पक्षों के साथ मिलकर प्रयास करने को इच्छुक है।