शंघाई, चीन के वित्त्तीय केंद्र शंघाई में तूफान पुलासन के कारण रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। शुक्रवार तक करीब 1,12,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, म्युनिसिपल फ्लड कंट्रोल ऑफिस के अनुसार, 649 जहाजों को या तो खाली करा लिया गया या वे बंदरगाह की तरफ लौट गए। 54 रेल सेवाएं निलंबित कर दी गईं और 26 नौकाओं का परिचालन रोक दिया गया।
शुक्रवार को सुबह 9 बजे तक शहर की औसत वर्षा 73.28 मिमी तक पहुंच गई। 614 मौसम केंद्रों में से 151 ने भारी या अत्यधिक वर्षा दर्ज की।
फेंगशियान जिले में यांगजियाझाई मौसम विज्ञान केंद्र और पुडोंग जिले में निचेंग पार्क मौसम विज्ञान केंद्र ने छह घंटे के भीतर रिकॉर्ड 300 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की।
वर्ष का 14वां तूफान पुलासन, शंघाई के फेंगक्सियन में गुरुवार रात लगभग 9.45 बजे दूसरी बार आया।
इससे पहले पुलासन उसी दिन शाम लगभग 6:50 बजे चीन के झेजियांग प्रांत में पहुंचा।
गुरुवार को ही पुलासन ने जापान को भी अपनी चपेट में ले लिया। इसकी वजह से ओकिनावा द्वीप पर भूस्खलन की चेतावनी जारी की गई।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक पूर्वी चीन से टकराने के बाद, यह तूफान दक्षिण कोरिया के दक्षिणी तट से होते हुआ जापान की ओर वापस लौट सकता है। इस बात की भी संभावना है कि यह तूफान चीन में ही खत्म हो जाए।
इससे पहले सोमवार को सुबह 7.30 बजे इस वर्ष का 13वां तूफान बेबिंका सोमवार को सुबह लगभग 7:30 बजे शंघाई पहुंचा था।
बेबिंका को 75 वर्षों में शंघाई में आने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान माना गया। तूफान से शहर में मूसलाधार बारिश हुई। सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में पेड़ और बिजली के खंभे गिरते हुए दिखाई दे रहे थे।
सोमवार को तीन दिवसीय मध्य-शरद ऋतु महोत्सव की छुट्टी का दूसरा दिन था लेकिन शंघाई के अधिकारियों ने निवासियों को सलाह दी कि जब तक बहुत ज़रूरी न हो, वे घर के अंदर ही रहें।
बेबिंका के कारण शंघाई से होकर जाने वाली उड़ानें रद्द कर दी गई। शहर में यात्री नौका संचालन को निलंबित कर दिया गया। शंघाई रेलवे स्टेशन ने भी रविवार से सोमवार तक शहर से होकर गुजरने वाली कई रूटों पर यात्री ट्रेनों को निलंबित कर दिया।