स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और विश्वविद्यालय के छात्रावासों में छात्रों की समस्याओं के तत्काल समाधान की मांग की। विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने चीफ वार्डन के कार्यालय का घेराव किया और अपनी मांगें उठाईं।
छात्र असमंजस में विश्वविद्यालय प्रशासन पर्याप्त छात्रावास आवास उपलब्ध कराने में असमर्थ रहा है, जिससे छात्र परेशानी में हैं। – सनी सेक्टा, कैंपस सचिव, एसएफआई
‘खराब गुणवत्ता वाला भोजन’ एसएफआई ने आरोप लगाया कि छात्रावासों में अभी भी पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है छात्र संगठन के अनुसार छात्रावासों में घटिया गुणवत्ता वाला भोजन परोसा जाता है, जिसके कारण कई छात्रों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। एसएफआई कैंपस सचिव सन्नी सेक्टा ने कहा कि उनकी मुख्य मांग लंबित दूसरी छात्रावास आवंटन सूची जारी करना है, जिसके कारण छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, “विश्वविद्यालय प्रशासन पर्याप्त छात्रावास सुविधा उपलब्ध कराने में असमर्थ रहा है, जिससे छात्र परेशानी में हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि छात्रावासों में अभी भी पानी की आपूर्ति नहीं है। छात्रावासों में घटिया गुणवत्ता वाला भोजन परोसा जाता है, जिसके कारण कई छात्रों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी छात्रावास में परोसे गए भोजन के कारण कई छात्र बीमार पड़ चुके हैं।
सेक्टा ने कहा कि मेधावी छात्रों को छात्रावास सूची से बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि इससे छात्र निराश हो गए हैं और कई छात्र अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़कर घर वापस चले गए हैं।
उन्होंने कहा, “विश्वविद्यालय ने अनुसूचित जाति (एससी) आरक्षण को समाप्त कर दिया है। एससी वर्ग के छात्रों को छात्रावास सूची से हटा दिया गया है।”
एसएफआई ने चेतावनी दी कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान करने में विफल रहा तथा मेधावी छात्रों को छात्रावास की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई तो निकट भविष्य में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।