राज्य स्वास्थ्य विभाग ने राज्य भर के सभी सिविल अस्पतालों को निजी स्वास्थ्य सुविधाओं के मानकों के अनुरूप उन्नत करने की पहल शुरू की है। यह प्रयास व्यापक बुनियादी ढांचे के नवीकरण पर केंद्रित है, जिसमें शौचालय की मरम्मत, सफेदी और रंगाई शामिल है, जिसका उद्देश्य रोगी की स्वच्छता, आराम और समग्र अनुभव में सुधार करना है।
यह बात आज यहां सीएम नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में जिला नागरिक अस्पतालों की समीक्षा बैठक में कही गई। बताया गया कि पंचकुला, जीन्द, गुरूग्राम, कैथल, मांडीखेरा (नूंह), रेवाडी, सिरसा और कुरूक्षेत्र के आठ अस्पतालों में नवीनीकरण का काम शुरू हो गया है। इसके अलावा, अंबाला, भिवानी, पलवल, करनाल, पानीपत, सोनीपत, झज्जर, नारनौल, फतेहाबाद, फरीदाबाद, रोहतक, हिसार और चरखी दादरी में 13 अस्पतालों में जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।
इस योजना में आवश्यक सुविधाओं में बड़े पैमाने पर सुधार शामिल हैं, जैसे कि बिजली की मरम्मत, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, और विश्वसनीय एयर कंडीशनिंग, ताकि मरीज़ों की देखभाल और कर्मचारियों की कार्यकुशलता में सुधार हो सके। अस्पताल भवनों के अग्रभागों का उन्नयन किया जाएगा, नई अग्नि सुरक्षा प्रणालियाँ विकसित की जाएँगी, और बागवानी में सुधार के ज़रिए हरियाली बढ़ाई जाएगी।
सैनी ने कहा कि निजी देखभाल पर निर्भरता कम करने के लिए सभी सिविल अस्पतालों को उन्नत सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है।