नागरिक अधिकार संगठन जनता अधिकार मोर्चा, सिरसा ने चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू), सिरसा के एक वरिष्ठ प्रोफेसर के खिलाफ एससी/एसटी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। मोर्चा ने सोमवार को सिरसा के पुलिस अधीक्षक को एक पत्र सौंपा, जिसमें पुलिस पर कानून विभाग में अंशकालिक शिक्षक (पीटीटी) डॉ. रवि द्वारा 14 मई को औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के बावजूद निष्क्रियता का आरोप लगाया गया।
पत्र में मोर्चा अध्यक्ष जसविंदर सिंह ने कहा कि डॉ. रवि ने वरिष्ठ संकाय सदस्य पर एससी/एसटी अधिनियम के तहत जाति आधारित उत्पीड़न का आरोप लगाया था, फिर भी आज तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई। उन्होंने कहा कि देरी पुलिस प्रशासन की लापरवाही को दर्शाती है और चेतावनी दी कि अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो मोर्चा इस मामले को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएगा और सार्वजनिक विरोध भी शुरू कर सकता है।
इस बीच, डॉ. रवि ने विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (ICC) को सहायक दस्तावेज और साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं। 2 जून को लिखे पत्र में उन्होंने ICC को सूचित किया कि उन्होंने 14 मई, 2025 को यौन, मानसिक, आर्थिक और विभागीय उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने समिति से अनुरोध किया कि जांच प्रक्रिया के दौरान साक्ष्यों पर विचार किया जाए और कोई भी निर्णय लेने से पहले निष्पक्ष सुनवाई सुनिश्चित की जाए।
शिकायतकर्ता के परिवार ने मामले में न्याय की गुहार लगाने के लिए सोमवार को पुलिस अधीक्षक और उप पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। डीएसपी ने उन्हें बताया कि वह एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सिरसा के एसपी को सौंपेंगे, जिसके आधार पर पुलिस जांच में अगला कदम तय करेगी।