महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को सोलापुर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और स्थानीय लोगों को राहत का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नागरिक-केंद्रित मदद प्रदान करेगी और किसी भी तरह की अतिरिक्त शर्तों को लागू करके पीड़ितों की सहायता से इनकार नहीं किया जाएगा।
मीडिया से बातचीत में सीएम फडणवीस ने बताया कि उन्होंने अभी कुछ गांवों का दौरा किया है, जहां भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ के कारण कई इलाके पूरी तरह पानी में डूब गए हैं और कई बस्तियां प्रभावित हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने एनडीआरएफ टीम की सराहना करते हुए कहा कि 22 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है और बचाव अभियान बखूबी संचालित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने भी तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया है और इस उद्देश्य के लिए 2,000 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है।
फडणवीस ने आश्वासन दिया कि किसानों की मदद प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी और जिन लोगों को नुकसान हुआ है, उनकी भी मदद सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सहायता में मानदंड निर्धारित होंगे, लेकिन नियमों को ज्यादा कठोर बनाकर किसी को भी राहत से वंचित नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवाली से पहले सभी प्रभावितों को मदद पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सूखा और बाढ़ जैसी आपदाओं में किसानों और आम नागरिकों दोनों की मदद अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से राहत कार्य पहले से शुरू है और केंद्र सरकार भी पीड़ितों की मदद करेगी। केंद्रीय सरकार ने एनडीआरएफ को अग्रिम राशि प्रदान की है ताकि राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा सके।
फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार उन लोगों की भी मदद करेगी जो मानदंडों के अनुसार सीधे सहायता के पात्र नहीं हैं। उन्होंने बताया कि जलग्रहण क्षेत्र के बाहर भी काफी बारिश हुई है, जिससे नुकसान बढ़ा है। खासकर किसानों की जमीन पर कटाव हुआ है, और उन किसानों की सहायता भी प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी।
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