पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को चार पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया, जिन्होंने 23 जुलाई को बठिंडा में सरहिंद नहर में एक कार गिरने के बाद 11 लोगों की जान बचाई थी।
मुख्यमंत्री ने एएसआई राजिंदर सिंह और नरिंदर सिंह तथा कांस्टेबल जसवंत सिंह और हरपाल कौर वाली पीसीआर टीम को उनकी अनुकरणीय सेवा के लिए सम्मानित किया।
अपने निवास पर अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने उनकी बहादुरी की सराहना की और कहा कि उन्होंने अत्यंत समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ लोगों की सेवा करने में पंजाब पुलिस की शानदार विरासत को कायम रखा है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह अत्यंत गर्व और संतोष की बात है कि जैसे ही पुलिस को दुर्घटना की सूचना मिली, वे तुरंत कार्रवाई करते हुए पांच बच्चों सहित पीड़ितों को बचाने में जुट गए।
पुलिस द्वारा प्रदर्शित साहस पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एएसआई नरेन्द्र सिंह कार में सवार परिवारों को बचाने के लिए नहर में कूद गए।
उन्होंने बताया कि कांस्टेबल जसवंत सिंह, जो तैरना नहीं जानते थे, फिर भी नरिंदर सिंह के पीछे पानी में गए और दूसरों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी। भगवंत सिंह मान ने पीसीआर टीम के बाकी सदस्यों और आम लोगों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने पीड़ितों को निकालने में सक्रिय रूप से मदद की।
इसे वीरता और पेशेवर प्रतिबद्धता का एक दुर्लभ प्रदर्शन बताते हुए, मुख्यमंत्री ने मानवता के इस असाधारण कार्य के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अवनीत कौंडल और उनकी पूरी टीम को बधाई दी।
उन्होंने घोषणा की कि इन पुलिसकर्मियों को आगामी राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान उनकी बहादुरी के लिए मुख्यमंत्री रक्षक पदक से सम्मानित किया जाएगा।
भगवंत सिंह मान ने आशा व्यक्त की कि उनका साहसी उदाहरण अन्य अधिकारियों को भी राज्य और इसके लोगों की समान उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ सेवा करने के लिए प्रेरित करेगा।