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गोरखपुर में सीएम योगी बोले, पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में बनी नई खेल संस्कृति

CM Yogi said in Gorakhpur, new sports culture created in the country under the leadership of PM Modi

गोरखपुर, 4 जनवरी । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में देश के अंदर एक नई खेल संस्कृति बनी है। पीएम मोदी ने खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट, सांसद खेल स्पर्धा के माध्यम से खेल की नई संस्कृति को आगे बढ़ाया है, तो प्रदेश में राज्य सरकार भी खिलाड़ियों और खेल गतिविधियों को लगातार प्रोत्साहित कर रही है।

सीएम योगी शुक्रवार दोपहर बाद महानगर के भाटी विहार कॉलोनी में बने गोरखपुर के पहले मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कही। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के क्रम में राज्य सरकार ने ग्रामीण खेल लीग शुरू किया है। युवक मंगल दलों और महिला मंगल दलों के जरिए गांवों में खेलों का माहौल तैयार किया जा रहा है। हर गांव में खेल के मैदान बनाए जा रहे हैं। ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम और जिला स्तर पर स्टेडियम बनाने के लिए जमीन व धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है।

इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार गोरखपुर में एक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाने जा रही है। इसके अलावा कुछ माह में राप्ती नगर क्षेत्र में 33 एकड़ में एक बड़ा स्पोर्ट्स सेंटर भी बनना शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सहजनवा में एक मिनी स्टेडियम का निर्माण चल रहा है। अन्य क्षेत्रों में भी मिनी स्टेडियम बनाने की प्रक्रिया चल रही है। भाटी विहार के मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का संचालन पीपीपी मोड पर कराया जाएगा। यहां खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रशिक्षण और अन्य सुविधाएं प्राप्त होंगी।

सीएम योगी ने कहा कि खेल करियर बनाने का भी बेहतरीन माध्यम है। प्रदेश सरकार ओलंपिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप के पदक विजेता खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी देती है। 2022 के टोक्यो ओलंपिक में पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी ललित उपाध्याय को सीधे डिप्टी एसपी बनाया गया है। इस बार की ओलंपिक पदक विजेता हॉकी टीम के खिलाड़ी राजकुमार पाल को भी सरकार डिप्टी एसपी बनाने जा रही है। प्रदेश में अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को यूपी पुलिस और अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दी जा चुकी है।

सीएम योगी ने अपने संबोधन में खिलाड़ियों पर धनवर्षा करने के तथ्य को स्थापित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ओलंपिक की एकल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ी को 6 करोड़, सिल्वर मेडल जीतने वाले को 4 करोड़ और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को 2 करोड़ रुपये की धनराशि देती है। टीम स्पर्धा में यह राशि क्रमशः 3 करोड़, 2 करोड़ और 1 करोड़ रुपये होती है। एशियाड, कामनवेल्थ गेम्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप के पदक विजेता को भी नकद पुरस्कार दिए जाते हैं। साथ ही इन स्पर्धाओं में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।

खेल पुरस्कारों के लिए चुने गए खिलाड़ियों का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस बार चार बड़े खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के लिए चुना गया है। इनमें उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी और पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले प्रवीण कुमार भी हैं। अर्जुन पुरस्कार में एक ऐसे खिलाड़ी मुरलीकांत पेटकर को चुना गया, जिन्होंने 70 के दशक में पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। लोग उन्हें भूल गए थे लेकिन पीएम मोदी ने उन्हें याद किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए खेलकूद आवश्यक है। कोरोना की चपेट में ज्यादातर वही लोग आए जो आरामतलब थे। स्वस्थ जीवन के लिए परिश्रम जरूरी है और खेलकूद इसका बड़ा माध्यम है। उन्होंने कहा कि एक फिट युवा ही स्वस्थ और सशक्त समाज एवं राष्ट्र की आधारशिला रख सकता है। फिट युवा की ऊर्जा का लाभ राष्ट्र को मिलता है।

सीएम योगी ने बाबा राघव दास के नाम पर बने मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कॉम्प्लेक्स में इंडोर गेम्स के लिए जिम, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, बैडमिंटन कोर्ट, राइफल व पिस्टल शूटिंग रेंज, मल्टी परपज हाल आउटडोर गेम्स के लिए 300 मीटर का सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, लॉन टेनिस कोर्ट आदि जायजा लिया। वह यहां की व्यवस्था देखकर खुश हुए कि शासन की निधि का खिलाड़ियों के हित में अच्छा इस्तेमाल किया गया है।

खासतौर पर शूटिंग रेंज की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि अब शूटिंग के खिलाड़ियों को कौशल निखारने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा 2 एकड़ भूमि पर कराया गया। इस पर 5.96 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें से 3 करोड़ रुपये सीएम योगी ने अपनी विधायक निधि (विधानमंडल क्षेत्र विकास निधि) से दिए हैं। शेष धनराशि जीडीए ने दिया है।

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