नई दिल्ली, 31 अक्टूबर। गोल्डन ग्लोब रेस (जलयात्रा दौड़) 2022 को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले अभिलाष टॉमी (सेवानिवृत्त) पहले भारतीय कमांडर बन गए हैं। उन्होंने 236 दिन 14 घंटे और 46 मिनट तक नौकायन किया। इस दौरान फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका भी पहुंचे। इससे पहले कमांडर टॉमी बिना रुके पृथ्वी का चक्कर लगाने वाले पहले भारतीय बन चुके हैं।
रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि कमांडर टॉमी ने गोल्डन ग्लोब रेस (जीजीआर 22) में दूसरा स्थान हासिल करके इतिहास रचा है। इसके साथ ही वह दौड़ पूरा करने वाले पहले एशियाई भी बने। 4 सितंबर 2022 को तट छोड़ने के बाद से वह 236 दिन 14 घंटे और 46 मिनट तक नौकायन कर दक्षिण अफ्रीका के कर्स्टन नेउशाफर के पीछे फ्रांस के लेस सेबल्स-डी’ओलोन लौटे। उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि के सम्मान में 30 अक्टूबर को नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने उन्हें सम्मानित किया।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इससे पहले, 2013 में, कमांडर टॉमी आईएनएसवी महादेई जहाज पर एकल, बिना रुके पृथ्वी का चक्कर लगाने वाले पहले भारतीय बने थे। उन्होंने जीजीआर 18 में भी हिस्सा लिया था, लेकिन रास्ते में आए तूफान के कारण पीठ में लगी गंभीर चोट के कारण उन्हें हटना पड़ा। पांच साल बाद, अपनी रीढ़ में एक टाइटेनियम रॉड और पांच जुड़ी हुई वर्टिब्रा के साथ, उन्होंने मनुष्य के इच्छाशक्ति की परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए जीजीआर 22 में अदम्य सहनशक्ति, धैर्य और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया।
जीजीआर का आयोजन पहले नाविक सर रॉबिन नॉक्स जॉन्सटन जिन्होंने 1968 में एकल नॉन-स्टॉप दुनिया की जलयात्रा दौड़ पूरी की थी, के सम्मान में किया जाता है। 16 प्रतिभागियों को जीजीआर 22 में 1968 से पहले के उपकरणों और प्रौद्योगिकी के साथ जलयात्रा दौड़ में भाग लेना था।
कमांडर टॉमी सहित केवल तीन प्रतिभागी ही अंतत दौड़ पूरी कर सके, शेष तकनीकी विफलताओं या दुर्घटनाओं के कारण बीच में ही बाहर हो गए। कमांडर अभिलाष टॉमी ने हाल ही में भारतीय नौसेना के सागर परिक्रमा के अगले संस्करण के रूप में एकल, पृथ्वी की परिक्रमा पूरी करने के जलयात्रा की तैयारी कर रही दो नौसेना महिला अधिकारियों के लिए सलाहकार और कोच का पदभार संभाला है।