नगर निगम शिमला ने शहर की वाहन पार्किंग क्षमता का पता लगाने के लिए एक समिति गठित की है।
इस पैनल का गठन निगम की वित्त अनुबंध एवं योजना समिति (एफसीपीसी) की हाल ही में हुई बैठक के दौरान किया गया। संयुक्त आयुक्त भुवन शर्मा की अध्यक्षता वाली समिति सभी पार्किंग सुविधाओं की विस्तृत वार्डवार रिपोर्ट तैयार करेगी और अगले महीने होने वाली एफसीपीसी की अगली बैठक में इसे प्रस्तुत करेगी।
रिपोर्ट में प्रत्येक वार्ड में छोटी और बड़ी पार्किंग स्थलों की कुल संख्या, वर्तमान में वहां पार्क किए जा रहे वाहनों की संख्या, अप्रयुक्त क्षमता और प्रत्येक पार्किंग सुविधा से प्राप्त राजस्व जैसे विवरण शामिल होंगे। इसके बाद रिपोर्ट को आगे की कार्रवाई के लिए मेयर को सौंपा जाएगा।
इसके अलावा, मेयर सुरेंद्र चौहान ने एस्टेट शाखा के इंस्पेक्टर और भवन एवं सड़क शाखा के कनिष्ठ अभियंता (जेई) को पार्किंग सुविधाओं का वार्डवार क्षेत्र सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में बताया गया कि 6,000 वाहनों को पार्क करने की क्षमता होने के बावजूद निगम को इन सुविधाओं से पर्याप्त राजस्व नहीं मिल रहा है। पार्किंग सुविधाओं से अपर्याप्त राजस्व प्राप्ति के पीछे विभागों के बीच समन्वय की कमी को मुख्य कारण बताया गया