उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज संबंधित अधिकारियों को शिमला जिले की हसन घाटी में 18 करोड़ रुपये की लागत से व्यूइंग डेक स्थापित करने के लिए औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए। अग्निहोत्री ने राजधानी शहर के बाहरी इलाके में ढल्ली के पास हसन घाटी में ग्लास व्यूइंग डेक स्थापित करने की परियोजना की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में बताया गया कि 18 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयारी के अंतिम चरण में है और इसमें लगभग 600 वर्ग मीटर का ग्लास व्यूइंग डेक शामिल है, जिसे पहाड़ी से नौ रस्सियों पर लटकाया जाएगा और इसमें एक समय में लगभग 700 से 800 लोग बैठ सकेंगे।
बैठक में बताया गया कि परियोजना के लिए वन भूमि के डायवर्जन की आवश्यकता है क्योंकि यह हसन घाटी में स्थापित की जा रही है, जो एक घोषित वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र है। अग्निहोत्री ने संबंधित अधिकारियों को अगले 10 दिनों के भीतर परियोजना की डीपीआर पूरी करने और इसे प्रशासनिक स्वीकृति, व्यय स्वीकृति और धन आवंटन के लिए निदेशक (पर्यटन) को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को वन भूमि के डायवर्जन के लिए वन मंजूरी तैयार करने और उसका पालन करने का भी निर्देश दिया क्योंकि इस परियोजना में राज्य के लोगों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण के रूप में उभरने की क्षमता है।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक परियोजना होगी, जो राज्य में अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगी।
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