ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने आज निर्माणाधीन शहीद स्मारक का निरीक्षण किया तथा कार्यदायी संस्था एवं अधिकारियों को लंबित कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिएशहीद स्मारक का निर्माण 1857 के विद्रोह के गुमनाम नायकों के बलिदान की स्मृति में किया जा रहा है। लगभग 600 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस स्मारक में कई कला दीर्घाएँ हैं।
विज ने प्रगति की समीक्षा की और शिल्प कौशल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कलाकारों ने प्रभावशाली चित्रण किए हैं जो इतिहास को जीवंत कर देते हैं। उन्होंने विभिन्न स्थानों पर स्थापित आदमकद मूर्तियों की भी सराहना की और कारीगरों से बातचीत की।
स्मारक की दीर्घाओं में 1857 की प्रमुख घटनाओं को दर्शाया गया है, जिसमें सैनिकों, स्वतंत्रता सेनानियों की पोशाकों के साथ-साथ उस अवधि के दौरान इस्तेमाल किए गए राइफलों जैसे हथियारों को भी प्रदर्शित किया गया है।
मंत्री ने टिकट व्यवस्था की भी समीक्षा की और सुझाव दिया कि आगंतुकों के लिए कई श्रेणियों के बजाय एक ही प्रवेश टिकट जारी किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को टिकट काउंटरों के स्थान को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के बाद, मंत्री महोदय ने अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की, जहाँ उन्होंने स्मारक का एक प्रस्तुतीकरण देखा। उन्होंने ऐतिहासिक प्रस्तुतियों, दृश्य-श्रव्य प्रस्तुतियों, 23 दीर्घाओं के निर्माण, ओपन-एयर थिएटर में प्रोजेक्टर शो और स्मारक को राजस्व की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने की रणनीतियों सहित कई पहलुओं पर चर्चा की