N1Live Haryana गुरुग्राम में बाजरे की धीमी उठान से किसानों में चिंता बढ़ी
Haryana

गुरुग्राम में बाजरे की धीमी उठान से किसानों में चिंता बढ़ी

Concern increased among farmers due to slow lifting of millet in Gurugram

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि हरियाणा सरकार ने राज्य गोदाम निगम के माध्यम से जिले में 13,483 किसानों से 2,625 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 29,141 मीट्रिक टन बाजरा खरीदा है।

उन्होंने कहा कि कुल 29,141 मीट्रिक टन में से 13,231 मीट्रिक टन अनाज अभी भी फर्रुखनगर, सोहना और पटौदी की अनाज मंडियों में पड़ा हुआ है।

यादव ने बताया कि इन तीनों अनाज मंडियों से 15,910 मीट्रिक टन बाजरा उठाकर गोदामों में पहुंचाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जिले में 21,000 से अधिक किसानों ने 84,000 एकड़ भूमि पर बाजरा बोया है।
डीसी ने कहा कि अनाज का उठाव धीमी गति से हो रहा है; हालांकि, उन्होंने संबंधित अधिकारियों से श्रमिक और वाहन बढ़ाने को कहा है ताकि अनाज का उठाव और परिवहन शीघ्रता से हो सके।

ऐसी खबरें हैं कि किसान धीमी गति से फसल उठाने और परिवहन के कारण अनाज मंडियों में कम जगह की शिकायत कर रहे हैं। यादव ने कहा कि किसानों को अपनी फसल को सुखाने और साफ करने के बाद ही मंडी में लाना चाहिए, इससे खरीद में भी आसानी होगी।

उल्लेखनीय है कि जिन किसानों ने ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाया है, वे किसी भी दिन मंडी में आकर अपनी फसल को बिक्री के लिए मंडियों में लाने के लिए गेट पास प्राप्त कर सकते हैं।

इस दौरान डीसी ने दावा किया कि तीनों खरीद केंद्रों पर बिजली, पानी और विश्राम की समुचित व्यवस्था की गई है। यादव ने बताया कि तीनों मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क भी बनाए गए हैं, जहां राजस्व विभाग का एक पटवारी, कृषि विभाग का एक कर्मचारी और मार्केटिंग बोर्ड का एक कर्मचारी अपने सहयोगियों के साथ किसानों की शिकायतों का समाधान करने के लिए मौजूद है।

Exit mobile version