नई दिल्ली,भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि लगभग एक हफ्ते की धीमी प्रगति के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। मानसून सामान्य प्रगति दिखाते हुए इस समय महाराष्ट्र पहुंचा है। कृषि के लिए महत्वपूर्ण दक्षिण-पश्चिम मानसून मंगलवार को तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिक हिस्सों की ओर बढ़ गया था।
आईएमडी ने गुरुवार को कहा कि मानसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) एक तरफ कारवार, चिकमगलुरु, बेंगलुरु और पुडुचेरी और दूसरी तरफ सिलीगुड़ी से होकर गुजरी है। आईएमडी के पूवार्नुमान में कहा गया है, “मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, गोवा, दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, कर्नाटक के कुछ और हिस्सों, तमिलनाडु के बाकी हिस्सों, दक्षिण आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिम के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। अगले 48 घंटों के दौरान यह मध्य और उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी से होकर गुजरेगा।”
अगले दो दिनों के दौरान महाराष्ट्र, पूरे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के अधिक हिस्सों और पश्चिम मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के अधिक हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल बनी रहेंगी। आईएमडी के पूवार्नुमान में कहा गया है कि सप्ताह के अंत में, यानी 15 जून के आसपास पूर्वी भारत के कुछ और हिस्सों व मध्य भारत के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।
आईएमडी के एक वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ने मंगलवार को कहा था कि 31 मई और उस दिन के बीच मानसूनी बारिश के लिए कोई बड़ी प्रणाली नहीं थी। उन्होंने कहा था कि मानसून की प्रगति के लिए हवाएं प्रायद्वीपीय दक्षिण भारत में बारिश के लिए सहायक थीं।