अहमदाबाद, 22 अगस्त । गुजरात में कांग्रेस विधायक दल के नेता अमित चावड़ा ने गुरुवार को आरोप लगाया कि सत्ताधारी भाजपा नेताओं की मिलीभगत से राज्य में नशीली दवाओं का कारोबार चल रहा है, और प्रतिबंध के बावजूद यहां “शराब पानी से ज्यादा उपलब्ध है”।
विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को कांग्रेस विधायकों के निलंबन के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह बात कही। विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी ने सदन से वॉकआउट करने के बाद 11 कांग्रेस विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया। अमित चावड़ा ने आरोप लगाया कि सरकार नहीं चाहती थी कि सदन में गुजरात शराबबंदी कानून पर चर्चा हो, इसलिए स्पीकर ने कांग्रेस विधायकों निलंबित कर दिया।
उन्होंने कहा, “गुरुवार को विधानसभा में शराबबंदी कानून पर चर्चा होनी थी। गुजरात में शराबबंदी के बावजूद पीने के पानी से ज्यादा शराब उपलब्ध है। हर जगह खुलेआम ड्रग्स बिक रही है। गुजरात के अंदर कई दवा कंपनियों की आड़ में ड्रग्स का निर्माण हो रहा है। ड्रग तस्कर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ देखे जा रहे हैं। भाजपा के लोगों की मिलीभगत से पूरे गुजरात में ड्रग्स का कारोबार चल रहा है।”
उन्होंने कहा कि ये लोग विधानसभा में इन मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं होने देते, क्योंकि इससे भाजपा सरकार की पोल खुल जाएगी। इसलिए, आज कांग्रेस विधायकों को बहुमत के बल पर विधानसभा से निलंबित किया गया है ताकि उनका भ्रष्टाचार उजागर न हो।
सरकार के प्रवक्ता और गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने विपक्ष के आरोपों को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दाहोद की घटना को लेकर सदन में नियमों के खिलाफ आचरण किया और प्लेकार्ड लेकर आए। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई।
गुजरात विधानसभा के स्पीकर ने आज मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 11 विधायकों को सदन से वॉकआउट करने के बाद एक दिन के लिए निलंबित कर दिया। तीन दिवसीय मानसून सत्र के दूसरे दिन विपक्षी पार्टी के ये विधायक अल्प सूचना पर कुछ सवाल पूछना चाहते थे, लेकिन स्पीकर शंकर चौधरी ने उनकी मांग खारिज कर दी।