तिरुवनंतपुरम, 16 मार्च । कांग्रेस और भाजपा के शीर्ष नेताओं ने शनिवार को कहा कि केरल में सीपीआई-एम की छात्र शाखा, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने सभी सीमाएं लांघ दी हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रमेश चेन्निथला ने कहा कि एसएफआई अब एक असामाजिक संगठन बन गया है। चेन्निथला ने कहा,“हम सभी ने देखा है कि एसएफआई परिसरों में कैसे व्यवहार करता है। हाल ही में केरल विश्वविद्यालय के युवा महोत्सव में जज की भूमिका निभा रहे एक शख्स (बाद में उसने आत्महत्या कर ली) पर कितनी बेरहमी से हमला किया।“
पिछले सप्ताह महोत्सव में उस समय समस्या पैदा हो गई, जब एसएफआई और केरल छात्र संघ से जुड़े नाराज छात्र नेताओं के बीच आयोजनों के अनियमित संचालन का हवाला देते हुए झड़प हो गई।
जब चीजें नियंत्रण से बाहर हो गईं, तो कुलपति ने हस्तक्षेप किया और कार्यक्रम को स्थगित कर दिया। एसएफआई की शिकायत के बाद, केरल पुलिस ने पिछले हफ्ते शाजी सहित तीन जजों को हिरासत में ले लिया, जिन पर कुछ प्रतियोगियों का पक्ष लेने के लिए रिश्वत लेने का आरोप था।
अब रिपोर्टे सामने आई हैं कि एसएफआई कार्यकर्ताओं के एक वर्ग ने कथित तौर पर शाजी के साथ मारपीट की। बाद में हालात तब बेकाबू हो गए, जब शाजी ने घर पहुंचकर आत्महत्या कर ली।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने एसएफआई को “आतंकवादी संगठन” करार दिया। सुरेंद्रन ने कहा, “पुलिस ने अभी तक एसएफआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, जिन्होंने कार्यक्रम में व्यवधान पैदा किया और एक जज की आत्महत्या के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।”