नई दिल्ली, कांग्रेस ने बुधवार को एक स्थानीय पुलिस थाने में दिल्ली पुलिस के उन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिन्होंने बुधवार को एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पार्टी सदस्यों के साथ कथित तौर पर मारपीट की। शिकायत नई दिल्ली जिले के तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई। अविनाश पांडे, हरीश चौधरी, प्रणव झा और चल्ला वामशी रेड्डी सहित वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसीपी और स्टेशन हाउस ऑफिसर से मुलाकात की और एक विस्तृत लिखित शिकायत पेश की, जिसमें कथित तौर पर पार्टी मुख्यालय में प्रवेश करने और कार्यकर्ताओं पर हमला करने के संबंध में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की कथित अवैध कार्रवाई पर प्रकाश डाला गया।
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया था कि दिल्ली पुलिस के जवान पार्टी मुख्यालय के परिसर में घुसे और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया।
घटना से नाराज पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने घटना के तुरंत बाद एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग की।
उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट रूप से आपराधिक अतिचार है। गुंडागर्दी और दिल्ली पुलिस अपने चरम पर पहुंच गई है। हम लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे हैं, लेकिन यह गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसका हिसाब होगा। सभी पुलिस अधिकारी कठपुतली के रूप में काम कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी सरकार अपने आकाओं को खुश करने के लिए ऐसा करती है। वह जानती है कि उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम दीवानी और आपराधिक दोनों मुकदमों के लिए उचित कार्रवाई करेंगे।”
उन्होंने दिल्ली पुलिस के उन सभी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की, जिन्होंने जबरन कांग्रेस मुख्यालय में प्रवेश करके आपराधिक अतिचार किया है।
उन्होंने कहा, “हम उनके निलंबन और मामले की जांच की मांग करते हैं।”
दिल्ली पुलिस ने ऐसे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह झूठी खबर है, ऐसी कोई घटना नहीं हुई।
कांग्रेस शासित राज्यों में हम भाजपा दफ्तरों की घेराबंदी करें तो यह क्या कहेंगे : सीएम गहलोत
कांग्रेस मुख्यालय में दिल्ली पुलिस के जबरन घुसने और नेताओं के साथ बदसलूकी करने मामले पर कांग्रेस के नेताओं ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने यहां तक कह दिया कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है और उधर यदि भााजपा दफ्तर की घेराबंदी करा दें, तब यह क्या कहेंगे? दिल्ली पुलिस के घुसने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएम गहलोत ने कहा, “इन सभी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। कानून और संविधान से ही देश चलता है, तभी लोग सुरक्षित महसूस करते हैं। यदि कानून का राज कम होगा तो भुगतना कभी न कभी किसी को तो पड़ेगा ही।”
“विपक्ष के सभी नेताओं को एक साथ मिलकर बातचीत करनी चाहिए और गृहमंत्री तक अपनी बात पहुंचाना चाहिए। जहां सरकार कांग्रेस की है और यदि बीजेपी दफ्तरों पर यह आदेश जारी कर दें कि सिर्फ 10 लोग ही जाएंगे, उस दफ्तर की घेराबंदी कर ले या पुलिस उनके दफ्तरों में घुसकर पत्रकारों को भगा दें और कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करे फिर इनकी तरफ से क्या कहा जाएगा?”
उन्होंने आगे कहा, बुधवार को जो कांग्रेस दफ्तर में हुआ है उस पर देश भर के तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गुस्सा है और कहां पर गलती हुई है गृहमंत्री को इसकी जांच करानी चाहिए? क्या आप सभी राज्यों में यह छूट देते हैं कि जिन की सरकारें हैं वह आपके दफ्तरों को इसी तरह से कार्रवाई करें?
राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जिस दौरान दिल्ली पुलिस और कार्यकर्ताओं की झड़प भी देखने को मिली इसी कार्रवाई के दौरान दिल्ली पुलिस कांग्रेस मुख्यालय के दफ्तर में घुस गई और कार्यकतार्ओं को हिरासत में लेने लगी जिसका विरोध कांग्रेस कर रही है।
इसके अलावा राहुल गांधी से इस ईडी की पूछताछ तीसरे दिन पूरी हो गई, वहीं अब उन्हें शुक्रवार को पूछताछ में शामिल होना होगा।