नई दिल्ली, कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सोमवार को नेशनल हेराल्ड मामले में करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई, जिसके बाद वह प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय से चले गए। सूत्रों ने बताया कि पहले दौर की पूछताछ के दौरान गांधी से देश और विदेश में उनकी संपत्ति और बैंक खातों के बारे में पूछा गया। सूत्रों ने कहा, “उनसे विदेश में उनकी संपत्ति के बारे में पूछा गया।”
एक अधिकारी के मुताबिक वित्तीय जांच एजेंसी के तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से पूछताछ की।
अधिकारी ने कहा, “टीम में दो सहायक निदेशक और एक उप निदेशक शामिल थे।”
इससे पहले, गांधी एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर पर्यावरण भवन स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे, जहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि पार्टी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस मुख्यालय से ईडी कार्यालय तक रैली करने से रोका जा सके।
रास्ते में राहुल के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी थीं, हालांकि उनके ईडी कार्यालय पहुंचने के कुछ मिनट बाद ही वह चली गईं।
इसी मामले में राहुल के अलावा उनकी मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी तलब किया गया है। वह 23 जून को वित्तीय जांच एजेंसी के समक्ष पेश होंगी।
इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय द्वारा राहुल गांधी से पूछताछ का विरोध करने के बाद कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं को हिरासत में लिया गया।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, हरीश रावत, रणदीप सिंह सुरजेवाला, अधीर रंजन चौधरी, के.सी. वेणुगोपाल, दीपेंद्र एस. हुड्डा और पवन खेरा सहित कई अन्य को हिरासत में लिया गया।
पार्टी कार्यकर्ताओं को शहर के अलग-अलग थानों में रखा गया है. कुछ को मंदिर मार्ग पुलिस थाने ले जाया गया जबकि कुछ को फतेहपुर बेरी, तुगलक रोड पुलिस स्टेशन आदि में रखा गया।