नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने आज कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू कांग्रेस सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान चुनावी वायदों को पूरा करने में विफल रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री को विपक्ष की बजाय अपनी कुर्सी की चिंता करनी चाहिए। ठाकुर ने आरोप लगाया कि सुखू की स्थिति अस्थिर है और आंतरिक कलह के कारण उनकी सरकार कभी भी गिर सकती है।
ठाकुर ने राज्य सरकार पर सत्ता में आने से पहले जनता से किए गए वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार का दो साल का कार्यकाल अधूरे वादों के कारण चर्चा का विषय बन गया है, जिसके लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कड़ी फटकार लगाई है।
उन्होंने कहा, “सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने कई वादे किए थे, लेकिन उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया। आज राज्य सरकार का प्रदर्शन पूरे देश में मज़ाक बन गया है।” उन्होंने मुख्यमंत्री पर लगातार अपने बयान बदलने का आरोप लगाया, जिसके कारण उनके अपने मंत्रियों और विधायकों में असंतोष बढ़ रहा है।
ठाकुर ने मंडी में पंडोह रोपवे परियोजना के उद्घाटन में देरी का हवाला देते हुए कांग्रेस नेताओं के बीच चल रही कलह की ओर इशारा किया। नाबार्ड द्वारा वित्तपोषित इस परियोजना की शुरुआत पिछली भाजपा सरकार ने की थी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता परियोजना का श्रेय लेने के लिए झगड़ रहे थे, जिससे इसमें और देरी हो रही थी।
ठाकुर ने आरोप लगाया, ‘‘यहां तक कि मंत्री भी अब जिम्मेदारी लेने से इनकार कर रहे हैं और सरकार द्वारा नीतियों और निर्णयों को लगातार पलटने से राज्य को देशभर में शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है।’’ उन्होंने चुनावी गारंटियों को पूरा करने में विफल रहने के लिए कांग्रेस सरकार की आलोचना की और चुनाव आयोग से इस संबंध में दिशानिर्देश जारी करने का आग्रह किया।
उन्होंने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण की तुलना कांग्रेस से की, जिन्होंने अपने वादे पूरे किए, तथा कहा कि अधूरी वादों के कारण हरियाणा में पार्टी की हार हुई।
ठाकुर के साथ भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा, उपाध्यक्ष पायल वैद्य, जिला भाजपा अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा और मंडी नगर निगम के मेयर वीरेंद्र भट्ट भी थे।