विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा मुख्य संसदीय सचिवों (सीपीएस) की असंवैधानिक नियुक्ति से राज्य के खजाने पर अनावश्यक बोझ पड़ा है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस सीपीएस की नियुक्ति से राज्य को हुए आर्थिक नुकसान का ब्यौरा देने में विफल रही, जो सरकार में अपने दोस्तों को समायोजित करने के लिए की गई थी। चूँकि ये नियुक्तियाँ असंवैधानिक थीं, इसलिए उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।” बद्दी में अग्रिम संगठनों को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा, “जनता यह नहीं भूलेगी कि इन नियुक्तियों पर करोड़ों रुपये खर्च करके राज्य के खजाने पर कितना बोझ डाला गया।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “भाजपा अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। हमारे कार्यकर्ता कांग्रेस को उसकी हर जनविरोधी नीति पर घेरेंगे।” अग्रिम संगठनों के संयोजकों को बताया गया कि भाजपा समाज के हर वर्ग के साथ कैसे काम करती है और 2027 के विधानसभा चुनाव में प्रकोष्ठ कैसे काम करेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा, “कांग्रेस एक साल बाद भी अपनी आधिकारिक इकाई नियुक्त करने में विफल रही है और ऐसा लगता है कि पूरी पार्टी तदर्थ आधार पर काम कर रही है।” उन्होंने कहा, “भाजपा चुनावी मोड में आ गई है। इस कार्यशाला के माध्यम से हमने सभी नवनियुक्त कार्यकर्ताओं और नेताओं का प्रशिक्षण पूरा कर हर बूथ पर कांग्रेस को घेरने की रणनीति बनाई है।”
उन्होंने झूठ फैलाने के लिए कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि सत्ता में आने से पहले उन्होंने राज्य के सभी वर्गों को धोखा दिया और आज तक एक भी वादा पूरा नहीं किया।

