नई दिल्ली, 25 जून । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आपातकाल को लेकर गांधी परिवार पर जोरदार निशाना साधा है। शाह ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर कहा, “एक खास परिवार को सत्ता में बनाए रखने के लिए कांग्रेस ने एक या दो बार नहीं, बल्कि कई बार संविधान को कुचला। आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी ने भारत के लोगों पर क्रूर अत्याचार किए।“
इसके साथ ही शाह ने राहुल गांधी का जिक्र कर उन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी के युवराज यह भूल गए हैं कि उनकी दादी ने आपातकाल लगाया था और उनके पिता राजीव गांधी ने 23 जुलाई 1985 को इस भयावह घटना पर बहुत गर्व करते हुए लोकसभा में कहा था, ‘इसमें कुछ भी गलत नहीं है’। राजीव गांधी ने यहां तक कहा था, ‘अगर इस देश का कोई भी प्रधानमंत्री इन परिस्थितियों में यह महसूस करता है कि आपातकाल आवश्यक है और वह आपातकाल लागू नहीं करता है, तो वह इस देश का प्रधानमंत्री बनने के लायक नहीं है’।”
अमित शाह ने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस के लिए उसका परिवार और सत्ता ही सब कुछ है।
इससे पहले उन्होंने मंगलवार सुबह कहा था कि देश में लोकतंत्र की हत्या और उस पर बार-बार आघात करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है। साल 1975 में आज के ही दिन कांग्रेस के द्वारा लगाया गया आपातकाल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। अहंकार में डूबी, निरंकुश कांग्रेस सरकार ने एक परिवार के सत्ता सुख के लिए 21 महीनों तक देश में सभी प्रकार के नागरिक अधिकार निलंबित कर दिए थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया पर सेंसरशिप लगा दी थी, संविधान में बदलाव किए और न्यायालय तक के हाथ बांध दिए थे। आपातकाल के खिलाफ संसद से सड़क तक आंदोलन करने वाले असंख्य सत्याग्रहियों, समाजसेवियों, श्रमिकों, किसानों, युवाओं व महिलाओं के संघर्ष को नमन करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर इमरजेंसी को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, “आज का दिन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है। जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया था। यह हमें याद दिलाती है कि कैसे कांग्रेस ने स्वतंत्रता की बुनियादी अवधारणा को समाप्त कर दिया था और भारत के संविधान को कुचल दिया, जिसका हम सब बहुत सम्मान करते हैं।“
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