संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। इस दौरान लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव सुधारों के मुद्दे पर विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। भाजपा प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि घुसपैठिए भारत के पीएम और सीएम का फैसला नहीं कर सकते।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “कांग्रेस की वयोवृद्ध विरासत का विनाश जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तर्कों और तथ्यों के साथ इस वयोवृद्ध विरासत और विनाशकारी विरासत के इतिहास और भूगोल को याद दिला दिया है। विपक्ष जब फर्जीफिकेशन का जस्टिफिकेशन नहीं दे पाएगा और इसमें फेल साबित होगा, तो संसद से लेकर सड़क तक उनकी ऐसी ही धुलाई होगी। इसके कारण उन्हें शर्मिंदगी उठानी पड़ेगी।”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “कांग्रेस को संसद और सड़क पर चुनाव सुधारों पर चर्चा करने से ज्यादा जरूरत ‘चंपू’ के सुधार पर खर्चा करने की है। अपने ‘चंपू’ के सुधार पर खर्चा करने से ही कांग्रेस का भला होगा। नहीं तो नॉन परफॉर्मिंग पार्टी की नॉन प्रोडक्टिव पॉलीटिक्स चलती रहेगी और वे धराशायी होते रहेंगे।”
नकवी ने कहा, “जब तक विपक्ष जमीन की हकीकत नहीं समझ पाएगा और इस बात का एहसास नहीं कर पाएगा कि तब तक वे इसी तरह के फर्जीफिकेशन करते रहेंगे और फिर इसका जस्टिफिकेशन नहीं करेंगे, तो संसद से लेकर सड़क तक उनकी धुलाई होती रहेगी। सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के वक्तव्य के बाद विपक्षी खेमे के लोग सदमे में होंगे।”
विपक्ष के सदन से वॉकआउट करने पर मुख्तार अब्बास नकवी ने तंज कसा। उन्होंने कहा, “वो संसद से वॉकआउट करें, जनता उनका वॉकआउट कर रही है। विपक्ष कब तक झूठ झांसे के जरिए लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश करता रहेगा? यह बहुत हो गया। जब विपक्ष के पास तर्कों की कमी होती है, तो वो ‘कुतर्कों का मवाली’ कहलाता है।”
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर तीखी बहस देखने को मिल सकती है।

