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‘कांग्रेस को आपातकाल लगाने के लिए माफी मांगनी चाहिए’

'Congress should apologize for imposing emergency'

केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा पंचायती राज राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने बुधवार को कहा कि भारतीय संविधान हमारे देश की गीता, गुरु ग्रंथ साहिब और बाइबिल जितना ही पवित्र है।

वे बुधवार को पंचायत भवन के सभागार में भाजपा द्वारा मनाए गए संविधान हत्या दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने इस अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मंत्री ने कहा, “हमें संविधान का आदर और सम्मान करना चाहिए। देशहित में संविधान में संशोधन भी किए जाने चाहिए, लेकिन निजी स्वार्थ के लिए संशोधन करना और सत्ता हासिल करना संविधान की हत्या करने के बराबर है। भाजपा संविधान बचाने और देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए काम कर रही है। कांग्रेस को देश में आपातकाल लगाने के लिए माफी मांगनी चाहिए।”

कार्यक्रम में आपातकाल के दौरान जेल गए लोगों और उनके परिजनों को भी मंत्री ने सम्मानित किया। बघेल ने कहा कि कुरुक्षेत्र की धरती ने देश को धर्म-अधर्म, न्याय-अन्याय, नीति-अनीति का ज्ञान दिया, जिसका पालन देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हुआ। अब तक अधर्म, अन्याय और अनीति की हार हुई है और संविधान की हत्या करने वालों को भी यह सबक सीखना चाहिए।

बघेल ने कहा कि आपातकाल का दौर देश के लोकतंत्र पर एक काला धब्बा था। यह वह दौर था जब देश के नागरिक छिपकर रह रहे थे, दुकानदारों को नुकसान हो रहा था, किसान अपने खेतों में काम नहीं कर पा रहे थे और जो भी बाहर पाया जाता था उसे जेल में डाल दिया जाता था। इसके अलावा नसबंदी कर दी जाती थी और लोगों को काफी यातनाएं सहनी पड़ती थीं। आपातकाल के दौरान करीब 1.10 लाख लोगों को जेल में डाला गया था।

उन्होंने कहा कि आपातकाल की घोषणा देश पर किसी बाहरी खतरे, आंतरिक अशांति और वित्तीय संकट के समय की जाती है। 1975 में ऐसा कोई कारण नहीं था।

भाजपा जिला अध्यक्ष तेजेंद्र सिंह गोल्डी ने कहा कि 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाया गया था, जिसके 50 साल पूरे हो गए हैं। आपातकाल के दौरान लोगों को जेल भेजा गया और संविधान में संशोधन कर उसे बदला गया। इसे भारतीय संविधान का काला अध्याय माना गया, इसलिए इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।

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