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कांग्रेस को राज्यों के चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियों को महत्व देना सीखना चाहिए : अंबादास दानवे

Congress should learn to give importance to regional parties in state elections: Ambadas Danve

कांग्रेस के नेतृत्व में ‘इंडिया’ अलायंस को अपेक्षित जीत नहीं मिलने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव के बयान का शिवसेना उद्धव गुट के नेता एवं प्रवक्ता अंबादास दानवे ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को राज्य के चुनावों में क्षेत्रीय पार्टियों को महत्व देना सीखना चाहिए।

शिवसेना प्रवक्ता अंबादास दानवे ने कहा कि “इस पर बात करना थोड़ा मुश्किल है। चुनाव में हार के बाद इंडिया अलायंस में शामिल दलों का जैसा अनुभव रहा, वैसा ही अनुभव सपा का भी रहा। ऐसा नहीं है कि इंडिया ब्लॉक को सफलता नहीं मिल रही है। कुछ ही सीटों का फासला रहा, नहीं तो केंद्र में इंडिया ब्लॉक की सरकार होती। इंड‍िया ब्‍लॉक की सफलता के कारण ही भारतीय जनता पार्टी को नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से अलायंस करना पड़ा।”

उन्होंने कहा कि “लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक को महत्व देना ठीक है, लेकिन राज्यों के चुनाव में वहां की क्षेत्रीय पार्टियों को महत्व देना ज्यादा जरूरी है। कांग्रेस को यह सीखना चाहिए।”

दिल्ली चुनाव के एग्जिट पोल के रुझानों में भाजपा को अधिक सीटें म‍िलने पर अंबादास दानवे ने कहा कि “रिजल्ट आने तक इस पर बात करना ठीक नहीं होगा। दिल्ली में भाजपा, आप और कांग्रेस तीनों पार्टियों ने चुनाव लड़ा है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने जैसा काम किया है, उस हिसाब से उनकी सरकार एक बार फिर बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि अलग-अलग एजेंसियों ने अलग-अलग रुझान दिखाया है। कुछ ने भाजपा को, तो कुछ ने ‘आप’ को सरकार बनाते हुए दिखाया है।”

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के छुआछूत वाले बयान पर अंबादास दानवे ने कहा कि वो ठीक बोल रहे हैं, लेकिन सिर्फ भाषण करने से काम नहीं चलेगा। ऐसा हम लोगों को करना भी पड़ेगा। उनका जो संगठन है, वो धार्मिक झगड़े लगाता है, जिस पर उनको उन्हें ध्यान देना चाहिए। सिर्फ भाषण करने से ऐसा नहीं होगा।

बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को केरल में हिंदू धार्मिक सम्मेलन में भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हिंदू धर्म में कोई बड़ा और छोटा नहीं होता। इस धर्म में जाति व छुआछूत जैसी चीजों का कोई खास मतलब नहीं है।

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