आम आदमी पार्टी के श्री आनंदपुर साहिब से सांसद सांसद मलविंदर सिंह कंग ने पंजाब सरकार के नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को लेकर कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की ‘पीपल वेलफेयर सोसाइटी’ ने पंजाब सरकार के नशे के खिलाफ अभियान को रोकने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
कंग ने दावा किया कि इस सोसाइटी को कांग्रेस के बड़े नेता चला रहे हैं, जिनमें राहुल गांधी और उस समय के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी शामिल थे। उन्होंने सवाल किया, “कांग्रेस नेता पंजाब सरकार के नशे के खिलाफ अभियान को क्यों रोकना चाहते हैं?”
कंग ने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा नहीं चाहते कि पंजाब से नशा समाप्त हो, क्योंकि इससे उनकी राजनीतिक और आर्थिक दुकानें बंद हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि इन दलों ने नशे के कारोबार को बढ़ावा दिया है और हमेशा इससे जुड़ी गतिविधियों को प्रोत्साहित किया है। कंग का कहना था कि इन राजनीतिक दलों के आर्थिक हित इस नशे के कारोबार से जुड़े हैं, इसलिए वे हाईकोर्ट के रास्ते इस मुहिम को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
इसके अलावा, पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा किसान नेताओं के साथ बैठक को बीच में छोड़ने के सवाल पर मलविंदर कंग ने कहा कि कल मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में दो घंटे की बैठक हुई थी और आने वाले समय में इस तरह की बैठकें जारी रहेंगी। कंग ने किसान नेताओं को डिटेन करने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि इस मुद्दे पर भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर किसान नेताओं के साथ संवाद बनाए रखने की पूरी कोशिश की जा रही है।
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