पटना, 12 सितंबर । भाकपा (माले) के नेता और सामाजिक कार्यकर्ता सुनील चन्द्रवंशी की हत्या के विरोध में पार्टी ने बुधवार को ‘विरोध दिवस’ के रूप में मनाया।
भाकपा-माले एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर मार्च निकाला।
इस दौरान लोगों ने ‘सुनील चन्द्रवंशी के हत्यारों को गिरफ्तार करो’ के नारे लगाए। पटना में बुद्ध स्मृति पार्क पर प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया, जिसमें पार्टी के नेता-कार्यकर्ता उपस्थित थे।
अरवल के विधायक महानंद सिंह ने कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार के शासन में दलित-गरीब और समाज के सबसे कमजोर लोगों का मनोबल कई तरीके से गिराया जा रहा है। पूरे प्रदेश में दलित, अति पिछड़े समुदाय पर हमले की बाढ़ आ गई है। सुनील की हत्या बेलगाम अपराध का ही एक घिनौना उदाहरण है।
उन्होंने साफ कहा कि भाकपा (माओवादी) द्वारा घटना की जिम्मेदारी लेना फर्जी है। मामले को गलत दिशा में मोड़ने की कोशिश हो रही है। 2009 से ही सुनील चन्द्रवंशी भाकपा-माले के साथ जुड़े हुए थे। घटना में कुछ सफेदपोश लोग शामिल हैं, जिसकी गहराई से जांच करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अगर 10 दिनों में सभी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। भाकपा माले ने पीड़ित परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की।
उल्लेखनीय है कि भाकपा (माले) के अरवल जिला कमेटी सदस्य सुनील चंद्रवंशी ( 55) की हत्या सोमवार की शाम अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी। जानकारी के अनुसार सोमवार की रात सुनील मोटरसाइकिल से करपी से अपने गांव छक्कन बिगहा लौट रहे थे, तभी इमामगंज बाजार और कोचहसा गांव के बीच स्थित राइस मिल के नजदीक घात लगाए अपराधियों से गोली चलाकर उनकी हत्या कर दी।