रांची, 12 सितंबर । केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अमेरिका में आरक्षण को लेकर दिए गए बयान की आलोचना करते हुए कहा, कांग्रेस 60 साल तक सत्ता में रही, लेकिन उस समय आरक्षण के लिए कुछ नहीं किया।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मामलों के केंद्रीय मंत्री एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी चुनावी राज्य झारखंड की राजधानी रांची में विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित एक एमएसएमई कॉन्क्लेव में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी द्वारा विदेशी धरती पर आरक्षण को लेकर दिए गए बयानों की आलोचना की।
जीतन राम मांझी ने कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास कोई काम और मुद्दा नहीं है। इसलिए वो आरक्षण मुद्दे को लेकर बात कर रहे हैं। देश में करीब 60 वर्ष उनकी पार्टी की ही सरकार थी। लेकिन, उस समय आरक्षण की क्या स्थिति रही है, ये सबको पता है। भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि हर 10 वर्ष में संविधान की समीक्षा की जानी चाहिए, ऐसे में कांग्रेस के 60 साल के कार्यकाल में छह बार इसकी समीक्षा होनी चाहिए थी, लेकिन एक बार भी नहीं हुई।
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को आरक्षण की चिंता नहीं करनी चाहिए। कांग्रेस नेता हमेशा देश से बाहर जाकर देश विरोधी बातें करते हैं।
दरअसल, मंगलवार को वाशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान एक छात्र ने राहुल गांधी से पूछा कि क्या जाति आधारित आरक्षण के अलावा जमीनी स्तर पर संस्थानों को मजबूत करने के और भी बेहतर तरीके हैं। तब राहुल गांधी ने इस सवाल के जवाब में आरक्षण को लेकर बयान दिया था।
बता दें कि जीतन राम मांझी रांची विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित एमएसएमई कॉन्क्लेव में शामिल होना एक शानदार अनुभव रहा। इस अवसर पर एमएसएमई राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे और झारखंड के उद्योग मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता जी सहित मंत्रालय के अधिकारियों की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही।”