करनाल, 28 जुलाई करनाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे अभियान ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ की तर्ज पर ‘करनाल मांगे हिसाब’ अभियान की शुरुआत की और जिले से संबंधित दस सवालों पर भाजपा से जवाब मांगा।
इन दस सवालों के पोस्टर लेकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार से कई सवाल पूछे। सदस्यों ने पूछा कि करनाल अपराध का गढ़ क्यों बन गया है, कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज (केसीजीएमसी) में भारी खर्च के बावजूद सुविधाएं क्यों नहीं हैं, स्मार्ट सिटी परियोजना के नतीजे क्यों नहीं आए, सुबह-शाम सैर के लिए एनडीआरआई का गेट क्यों नहीं खोला गया, नगर निगम के चुनाव क्यों नहीं हुए और परिवार पहचान-पत्र और संपत्ति पहचान-पत्र से जुड़ी समस्याएं अभी तक क्यों नहीं सुलझीं।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व राष्ट्रीय जोनल समन्वयक पराग गाबा ने रविवार को घर-घर जाकर लोगों से संपर्क किया और कानून-व्यवस्था के साथ-साथ विकास कार्यों को लेकर भाजपा की आलोचना की।
पटेल मार्केट में दुकानदारों को पोस्टर बांटते हुए गाबा ने कहा, “हम करनाल से संबंधित मामलों में सरकार से जवाब मांग रहे हैं, क्योंकि वह इस जिले का विकास करने में विफल रही है, जो 10 साल से सीएम द्वारा प्रतिनिधित्व किया जाने वाला निर्वाचन क्षेत्र है। कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है और सरकार इस बारे में गंभीर नहीं है।”
हरियाणा अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष त्रिलोचन सिंह, जिन्होंने शनिवार को अन्य पार्टी नेताओं के साथ मिलकर पोस्टर लॉन्च किया, ने कहा, “बीजेपी पिछले 10 सालों से सत्ता में है। अब समय आ गया है कि वे जवाबदेही लें। हम इसकी विफलताओं को उजागर करेंगे और पार्टी से जवाब मांगेंगे।”
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