बहादुरगढ़ कस्बे के छोटू राम नगर इलाके में एक कमरे में आग लगने से एक दंपत्ति जिंदा जल गए। मृतकों की पहचान सब्जी विक्रेता सिंटू कुमार (29) और उसकी पत्नी निशा देवी के रूप में हुई है।
घटना में सिंटू के बड़े भाई प्रमोद के तीन बच्चे भी दम घुटने से बेहोश हो गए। उन्हें कस्बे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। सिंटू के पिता पागो प्रसाद भी मामूली रूप से झुलस गए हैं।
घटना के बाद पुलिस ने घर का जायजा लिया। घटना रात करीब एक बजे हुई जब प्रसाद का बड़ा बेटा प्रमोद और उसकी पत्नी सीमा घर की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में सो रहे थे। उनका छोटा बेटा सिंटू और उसकी पत्नी ग्राउंड फ्लोर पर बने कमरे में सो रहे थे और प्रसाद अपने तीन पोते-पोतियों के साथ बगल के कमरे में सो रहे थे।
परसाद ने बताया, “अचानक मेरी नींद खुली और मैंने अपने कमरे में धुआं देखा। मैंने दरवाजा खोलने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सका। मैं खिड़की से बाहर आने में कामयाब रहा और पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी।”
उन्होंने बताया कि कुछ पड़ोसी उनके बेटे और बहू को बचाने आए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
पड़ोसी सुशील ने बताया कि वे पानी की मदद से आग पर काबू पा सके। उन्होंने बताया, “तब तक निशा की मौत हो चुकी थी, जबकि सिंटू जिंदा था, लेकिन उसकी हालत बहुत गंभीर थी। उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और निशा के शव को अस्पताल भेज दिया।”
इस बीच निशा की मां अनीता ने पुलिस में प्रमोद और उसकी पत्नी सीमा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि वे इस मामले में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि वे निशा को दहेज के लिए परेशान करते थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।