N1Live National ‘अपराध को लिंग आधारित नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए’ : सोनम-मुस्कान मामलों पर बोलीं जया किशोरी
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‘अपराध को लिंग आधारित नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए’ : सोनम-मुस्कान मामलों पर बोलीं जया किशोरी

'Crime should not be seen from a gender-based perspective': Jaya Kishori on Sonam-Muskan cases

मशहूर कथावाचिका और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने निजी टेलीविजन चैनल एनडीटीवी के एक विशेष कार्यक्रम ‘क्रिएटर्स मंच’ में शुक्रवार को समाज और रिश्तों से जुड़े मुद्दों पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम के दौरान जब उनसे इंदौर की सोनम और मेरठ की मुस्कान रस्तोगी जैसे चर्चित और सनसनीखेज हत्याकांडों पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने समाज के दोहरे रवैये पर तीखा प्रहार किया।

एनडीटीवी क्रिएटर्स मंच पर शुभांकर मिश्रा से बातचीत के दौरान जया किशोरी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह किसी भी लिंग का क्यों न हो, अपराध करता है, वह अपराधी है। उन्होंने सवाल किया कि ऐसी कितनी घटनाएं हुई हैं? आप आठ-दस मामलों से डर गए? वर्षों से हजारों महिलाओं के साथ ऐसा होता रहा है। तब भी हम यही कहते रहे कि सभी पुरुष एक जैसे नहीं होते। अब हम भी वैसे ही पुरुषों को ढूंढ़ रहे हैं जो सही हों।

इंदौर में सोनम द्वारा अपने प्रेमी की मदद से पति की हत्या और मेरठ में मुस्कान रस्तोगी द्वारा अपने पति को मौत के घाट उतारने जैसी घटनाओं पर जया किशोरी ने स्पष्ट किया कि अपराध को लिंग के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। अपराध सिर्फ अपराध होता है। चाहे वह पुरुष करे या महिला, वह अपराधी है। समाज को अपराध को अपराध की तरह देखना चाहिए, न कि यह देखने में उलझना चाहिए कि इसे किसने किया।

जया किशोरी ने कहा कि अब पुरुषों को सशक्त महिलाओं के साथ रहना सीखना होगा। आज भी पुरुष इस बात के आदी नहीं हैं कि उन्हें किसी महिला के नाम से पहचाना जाए। मगर अब उन्हें यह बदलाव स्वीकारना होगा।

शादी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “शादी का मतलब होता है प्यार। मुझे शादी बहुत पसंद है, लेकिन अभी तक वह व्यक्ति मिला नहीं जिससे मैं शादी करना चाहूं। जैसे ही वह मिल जाएगा, मैं शादी कर लूंगी। मेरे मोबाइल में शादी से जुड़ी सारी चीजें एक फोल्डर में तैयार हैं, अब बस लड़के (वर) की तलाश है।”

पैसे की महत्ता पर पूछे गए सवाल पर जया किशोरी ने कहा कि यह बहुत जरूरी है, लेकिन उससे भी जरूरी है उसे संभालना आना। अगर कोई कहे कि पैसा जरूरी नहीं है, तो फिर उसे दान दे देना चाहिए।

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