सोलन, 31 अगस्त सोलन नगर निगम (एमसी) के पार्षद पद के लिए उपचुनाव होना बाकी है। मार्च में वार्ड नंबर पांच के पार्षद कुलभूषण गुप्ता के निधन के बाद यह पद खाली हो गया था। वे भाजपा के पार्षद थे और पार्टी के पास छह पार्षद रह गए थे, जबकि कांग्रेस के नौ और एक निर्दलीय पार्षद थे।
प्रस्तावित उपचुनाव के मद्देनजर नगर निकाय में मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण चल रहा है। इससे पहले तीन उपचुनाव प्रस्तावित थे, क्योंकि कांग्रेस पार्टी के दो पार्षदों को दिसंबर 2023 में होने वाले मध्यावधि महापौर चुनाव में पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए 10 जून को अयोग्य घोषित कर दिया गया था। हालांकि, कुछ दिन पहले शीर्ष अदालत ने उनकी अयोग्यता पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद पार्षद का केवल एक पद खाली रह गया है।
राज्य चुनाव आयोग के निर्देशानुसार हिमाचल प्रदेश नगर निगम चुनाव नियम, 2012 के नियम 26(1) के तहत मतदाता सूची में नाम शामिल करने के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि से आठ दिन पहले आवेदन किया जा सकता है। चूंकि अभी चुनाव की तिथियां अधिसूचित नहीं हुई हैं, इसलिए पात्र मतदाताओं को सूची में शामिल करने की प्रक्रिया जारी है।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही चुनाव अधिसूचना का इंतजार कर रहे थे क्योंकि इससे नगर निकाय में उनकी स्थिति मजबूत होगी। महापौर का पद कांग्रेस पार्षद के पास है जबकि उप महापौर का पद भाजपा के पास है।
डिप्टी कमिश्नर मनमोहन शर्मा ने बताया कि मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का काम पूरा होने के बाद पार्षद के चुनाव के लिए उपचुनाव की तिथि घोषित कर दी जाएगी। चुनाव सितंबर की शुरुआत में होंगे और तिथि की घोषणा राज्य के चुनाव आयोग द्वारा की जाएगी।
जहां भाजपा इस सीट को बरकरार रखने की इच्छुक है, वहीं कांग्रेस भी इस पद को हासिल कर अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश करेगी